डिंपल मीणा की मौत जिंदा जलाए जाने से नहीं, जहर देने से हुई, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने किया खुलासा
Dimple Meena Murder Case: राजस्थान का चर्चित डिंपल मीणा केस एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। सिर्फ 10 साल की मूक बधिर मासूम को जिंदा जलाने के बाद, जब बच्ची की मौत हुई, तो लोगों ने इंसाफ को गुहार लगाई। लेकिन अब इस केस में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जिसमें पोस्टमार्टम करने वाली टीम का कहना है कि जिंदा जलाएं जाने के बाद भी मासूम जिंदगी से जंग लड़ रही थी, लेकिन किसी परिचित ने अस्पताल में मासूम को जहर दे दिया। जिससे बच्ची की मौत हो गई।
Dimple Meena Murder Case: राजस्थान का चर्चित डिंपल मीणा केस एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। सिर्फ 10 साल की मूक बधिर मासूम को जिंदा जलाने के बाद, जब बच्ची की मौत हुई, तो लोगों ने इंसाफ को गुहार लगाई। लेकिन अब इस केस में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जिसमें पोस्टमार्टम करने वाली टीम का कहना है कि जिंदा जलाएं जाने के बाद भी मासूम जिंदगी से जंग लड़ रही थी, लेकिन किसी परिचित ने अस्पताल में मासूम को जहर दे दिया। जिससे बच्ची की मौत हो गई।
जलने से नहीं जहर से हुई डिंपल मीणा की मौत
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में डिंपल मीणा भर्ती थी। हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम करने वाली टीम की ओर से कहा गया है कि बच्ची जलाए जाने के बाद भी जिंदगी के लिए जंग लड़ रही थी, लेकिन 18-19 मई के बीच किसी ऐसे व्यक्ति ने, जो कि मासूम के पास जा सकता हो, उसने मासूम को जहर दे दिया। जिसके 24 घंटे के अंदर ही डिंपल मीणा की मौत हो गई।
इंसाफ की मांग तेज
जयपुर एसएमएस अस्प्ताल में पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड की जांच रिपोर्ट में जलने की बजाय जहर देने से मौत की पुष्टि के बाद से, लगातार सोशल मीडिया से लेकर राजस्थान में लोगों ने इंसाफ की मांग तेज कर दी है। आपको बता दें, केस के संदर्भ में यह भी दावा किया जा रहा है कि मौत से पहले जब अनुवादक ने मूक बधिर बच्ची को ललित शर्मा की फोटो दिखाई थी तो उसने उसे पहचान लिया था। पहले यह भी आशंका जताई जा रही थी कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है, लेकिन 15 मई को मौत के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम हुआ, तो उसके सैम्पल की एफएसएल डीएनए जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई।