Jaipur News: नगर निगम मेयर की कुर्सी पर मंडरा रहे संकट के बादल, क्या बनेंगे समीकरण, जानें एक क्लिक में
तीन दिन के भीतर जवाब नहीं दिया गया तो जांच कार्यवाही पूरी मानी जायेगी। लेकिन इन सबके बीच जातीय संगठन मेयर मुनेश गुर्जर के बचाव में उतर आए हैं।
जयपुर हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर पर एक तरफ निलंबन और दूसरी तरफ गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। वहीं बीजेपी नेता मुनेश गुर्जर को सस्पेंड करने की बात कर रहे हैं। इसके अलावा हाईकोर्ट ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ चालान पेश करने के निर्देश दिए हैं।
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उधर, स्थानीय निकाय विभाग ने मुनेश गुर्जर को नोटिस देकर तीन दिन के भीतर दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा है।
तीन दिन के अंदर मांगा जवाब
स्थानीय निकाय विभाग ने कहा है कि यदि तीन दिन के भीतर जवाब नहीं दिया गया तो जांच कार्यवाही पूरी मानी जायेगी। लेकिन इन सबके बीच जातीय संगठन मेयर मुनेश गुर्जर के बचाव में उतर आए हैं। कई जातीय और सामाजिक संगठनों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया।
खाचारियावास पर फंसाने का आरोप
एक ओर जहां जातीय और सामाजिक संगठनों ने मुनेश के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सरकार को चेतावनी दी है। साथ ही पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पर मुनेश गुर्जर को फंसाने का आरोप लगाया गया है। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अखंड भारत गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर ने कहा कि हम गुर्जर समाज के लोग बहुत दुखी हैं। यह पिछड़ा समाज है। हमारे समाज की महिलाएं बड़ी मुश्किल से राजनीति में आती हैं। इससे पहले भी ग्रेटर नगर निगम मेयर सौम्या गुर्जर के साथ साजिश हुई थी। पिछले ढाई साल में मुनेश गुर्जर के खिलाफ भी साजिश हुई है।