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पहचान लीजिए इस मासूम चेहरे को क्योंकि जब चंबल के बीहड़ों से निकलेगी आपकी ट्रेन, इनका गैंग हो जाएगा एक्टिव

कुछ चंद हजार रुपए के लिए मोबाइलों की लूट कर चंबल को देश भर में बदनाम करने वाले ये लुटेरे सोमवार को सुबह मोबाइल लूट करने के प्रयास में कमरे में कैद हो गए।

पहचान लीजिए इस मासूम चेहरे को क्योंकि जब चंबल के बीहड़ों से निकलेगी आपकी ट्रेन, इनका गैंग हो जाएगा एक्टिव

राजस्थान के धौलपुर जिले और मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के बीच स्थित रेलवे के चंबल पुल पर पिछले काफी समय से कुछ असामाजिक तत्व ट्रेन की खिड़की में से हाथ बाहर निकाल कर मोबाइल से वीडियो बनाने वाले लोगों के हाथ में डंडा मारकर मोबाइल लूटने की वारदातों का अंजाम दे रहे हैं।

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इस काले खेल के बारे में रेलवे पुलिस एवं धौलपुर पुलिस तथा मुरैना पुलिस सभी को जानकारी है। लेकिन इसे रोकने में सब नाकाम साबित हो रहे हैं। कुछ चंद हजार रुपए के लिए मोबाइलों की लूट कर चंबल को देश भर में बदनाम करने वाले ये लुटेरे सोमवार को सुबह मोबाइल लूट करने के प्रयास में कमरे में कैद हो गए। साथ ही ये लूट करने में असफल रहे।

क्या है मामला  

चंबल पुल के आसपास पटरी के साइड में कुछ असामाजिक डंडा लेकर घात लगाकर बैठे रहते हैं जैसे ही कोई यात्री ट्रेन की खिड़की से हाथ बाहर निकाल कर चंबल के दृश्य का मोबाइल से वीडियो बनाता है तो ये असामाजिक तत्व हाथ में डंडा मार कर मोबाइल को गिरा लेते हैं और लूटकर भाग जाते हैं। ये घटनाएं कोई 1 दिन की नहीं है, बल्कि आए दिन की हैं। जिनके बारे में जिम्मेदारों को जानकारी भी है। आज 5 अगस्त 2024, सोमवार को सुबह चंबल के ये मोबाइल लुटेरे कमरे में कैद हो गए।

मामला यूँ है कि धौलपुर जिले के राजाखेड़ा इलाके के गांव बिचपुरी निवासी युवक प्रशांत कुमार पुत्र रमेशचंद ग्वालियर मध्य प्रदेश में जॉब करता है। सोमवार सुबह 9:30 बजे वह पंजाब मेल ट्रेन से धौलपुर से ग्वालियर जा रहा था। इस दौरान उसकी पत्नी और बच्चे भी उसके साथ थे।

किस्मत ने बचा लिया

लेकिन प्रशांत का भाग्य आज अच्छा था कि लुटेरे का डंडा उसके हाथ में नहीं पड़ा, वरना उसका करीब सवा लाख रुपए का आईफोन नीचे गिर जाता और लुटेरे लूट लेते।

जिम्मेदार अधिकारियों पर उठ रहे सवाल

अब देखना ये है कि रेलवे पुलिस और अन्य जिम्मेदार चंबल के इन मोबाइल लुटेरों को पकड़ कर इनके खिलाफ क्या ठोस कार्रवाई करते हैं तथा मोबाइल लूट के इस काले कारनामे पर कैसे लगाम लगाते हैं ? जिससे चंबल का नाम देश भर में खराब होने से बच सके। लंबे समय से चलता है चंबल पुल पर मोबाइल लूट का ये काला खेल।

आपको बता दें कि रेलवे का यह बड़ा ट्रैक है। जो उत्तर भारत और दक्षिण भारत को जोड़ता है। जिस कारण यहां से बड़ी संख्या में ट्रेनें गुजरती है। जिनमें बड़ी संख्या में हजारों लाखों यात्री यात्रा करते हैं। ऐसे में लुटेरे युवक आए दिन डंडा मारकर मोबाइल लूटने की वारदातों को अंजाम देते हैं। जिससे चंबल इलाका देश भर में बदनाम होता है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि इन लुटेरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।

रिपोर्ट राहुल शर्मा