जालौर में दिखा भारत बंद का असर, निकाली रैली और सौंपा जिला कलेक्टर को ज्ञापन
एससी-एसटी के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आज देशभर के 21 संगठनों ने भारत बंद का आवाह्न किया है। जिसका असर देश के कई जगहों में दिखाई दे रहा है। इस भारत बंद के कारण सरकार ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
राजस्थान के जालौर में भी भारत बंद के अंतर्गत सोनगरा बाल उद्यान से कलेक्ट्रेट तक एक रैली निकाली गई। इस रैली के द्वारा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के क्रीमीलेयर और आरक्षण के अंदर आरक्षण विषय पर दिए गए सुझावों के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया।
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पुलिस अधिकारियों की तैनाती
भारत बंद के दौरान जालौर में मिला-जुला असर देखने को मिला। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला भर में पुलिस अधिकारियों की तैनाती की। खासतौर पर सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया था, जिससे किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो।
जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
जिले के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने आरएसडीएम कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया गया और जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शनकारियों ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन सौंपा, इसके माध्यम से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सुझावों का विरोध किया और अपनी मांगें प्रस्तुत कीं।
प्रशासन ने 2 अप्रैल की घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार कड़े बंदोबस्त किए थे। इसके लिए अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती गई। प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया और इसके बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर लौट गए।
भारत बंद हुआ शांतिपूर्ण
जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली, और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी अप्रिय घटना न हो। कुल मिलाकर, जालौर में भारत बंद का असर शांतिपूर्ण तरीके से हुआ, और पुलिस द्वारा की गई तैयारियों ने किसी भी संभावित अशांति को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।