Jodhpur News: महिला आयोग अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ की बड़ी बैठक, अस्पताल में रेप के मामले में अधीक्षक की लगाई क्लास
इस बैठक में जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल, डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव सहित जिले के ग्रामीण और शहरी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे । इस दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने मीडिया से बात की और बात करते हुए कहा कि जैसे ही राजस्थान में अपराध या राजस्थान में जैसे ही कोई घटना होती है।
जोधपुर में महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने सर्किट हाउस में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली और बैठक के बाद पीड़िताओं की समस्याओं को सुना। बाल आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने बैठक लेते हुए अस्पताल के अधीक्षक को फटकार भी लगाई। हाल ही में अस्पताल में नाबालिक के साथ रेप के मामले में उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन अपने अस्पतालों की व्यवस्था को सुधारे सीसीटीवी कैमरे को दुरुस्त करें ।
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अस्पताल अधीक्षक को एक महीने की डेड लाइन
साथ ही सीसीटीवी कैमरा को अभय कमाड से जोड़ने की भी बात कही। इसके अलावा अस्पताल के अधीक्षक को एक महीने में सभी चीजों को दुरुस्त करने के साथ जयपुर में रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया । साथ ही बैठक में पुलिस को भी नशे के खिलाफ अभियान चलाने की लिए कहा गया। शहर में हुक्का बार और लड़कियों के द्वारा शराब पीने की घटनाओं पर रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने की बात कही है।
इस बैठक में जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल, डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव सहित जिले के ग्रामीण और शहरी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे । इस दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने मीडिया से बात की और बात करते हुए कहा कि जैसे ही राजस्थान में अपराध या राजस्थान में जैसे ही कोई घटना होती है तो तुरंत सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से पता चल जाती है । लेकिन जोधपुर जैसे शहर में लगातार घटना होना अपने आप में बड़ी बात है और इस तरह की घटना सामने आने के बाद किसी भी समाज के लिए अच्छी बात नहीं है । साथ ही जब मामले होते हैं तो तुरंत पुलिस तक बात पहुंचती है और पुलिस तक बात पहुंचाने के साथ ही आयोग तक भी बात पहुंच जाती है । पुलिस अपना काम करती है सबसे बड़ी चिंता की बात है कि कहीं ऐसे मामले हैं जो पुलिस तक नहीं पहुंचते हैं कहीं ना कहीं समाज के डर से और लोगों के डर से कई मामले पुलिस तक नहीं पहुंचते हैं । और वह मामले दबा दिए जाते हैं । यह चिंता की बात है । अगर मामला पुलिस तक पहुंच जाता है । तो फिर कोई चिंता की बात नहीं क्योंकि पुलिस तक पहुंचाने के बाद मामले में कार्रवाई होती है और अपराधियों को सजा होती है ।
डरे नहीं तुरंत पुलिस में कंप्लेंट करें - रेहाना
वहीं आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि जब भी कोई मामला होता है । तो डरे नहीं तुरंत पुलिस में कंप्लेंट करें, लोगों को इस तरीके से मोटिवेट करने की भी जरूरत है । साथ ही महिला आयोग ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सभ्य समाज में इस तरह के अपराध होने नहीं चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि जब भी महिला के साथ अपराध होता है तो बाल आयोग के पास बात पहुचती हॆ अब चाहे वह 1 साल की बालिका की बात हो या फिर 80 साल की महिला की महिला महिला होती है और महिला के साथ अत्याचार होना सबसे बड़ा अपराध है । वहीं उन्होंने कहा कि मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करते हुए अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचना चाहिए ।