Jaisalmer News: अतिक्रमण के खिलाफ नगर परिषद का कड़ा रुख, वक्फ बोर्ड की सफाई की तैयारी
नगर परिषद जैसलमेर ने बाड़मेर रोड पर विवादित कई बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी का सहारा लिया। इस कार्रवाई में पुलिस बल की मौजूदगी भी रही। वक्फ बोर्ड ने नगर परिषद पर भेदभावपूर्ण और एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
नगर परिषद ने बाड़मेर रोड स्थित विवादित कई बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी का सहारा लिया। इस कार्रवाई में पुलिस बल भी मौजूद रहा। इस दौरान वक्फ बोर्ड ने नगर परिषद पर भेदभावपूर्ण और एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
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स्थानीय वक्फ बोर्ड का कहना है कि बाड़मेर रोड पर उनकी संपत्ति पर लंबे समय से कब्जा है। हाल ही में नगर परिषद ने 15 दिन पहले जमीन को अपना बताते हुए निर्माण कार्य को हटाने की चेतावनी दी थी। बुधवार को नगर परिषद की टीम ने मौके पर पहुंचकर कई बीघा क्षेत्र में हुए निर्माण, चारदीवारी और बबूल की झाड़ियों को साफ कर दिया और अपनी सीमा का बोर्ड लगा दिया।
वक्फ बोर्ड ने कार्रवाई को कहा तानाशाही और भेदभावपूर्ण
वक्फ बोर्ड के जिलाध्यक्ष नवाबुद्दीन भाटी ने इस कार्रवाई को तानाशाही और भेदभावपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि 1965 के गज़ट के अनुसार, यह जमीन वक्फ बोर्ड की है, और इसके पीछे एक कब्रिस्तान भी स्थित है। भाटी ने नगर परिषद पर आरोप लगाया कि उन्होंने हाई कोर्ट में सुनवाई से पहले ही अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाया, जो पूरी तरह से गलत है।
अतिक्रमण हटाने का नोटिस भेजा
नगर परिषद के कमिश्नर लजपाल सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खसरा नंबर 478 नगर परिषद का है। उन्होंने बताया कि महबूब खान नामक व्यक्ति ने बड़े भूभाग पर टीन शेड आदि बना रखे थे, जिन्हें हटाने का नोटिस दिया गया था। उन्होंने कहा, "यह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सही है और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।"
सभी विवादों के बीच, यह कार्रवाई शहर में चर्चा का विषय बन गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने से क्षेत्र की सच्चाई उजागर होगी, जबकि वक्फ बोर्ड अपने अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखने की बात कर रहा है।