बच्चे को ढूंढने के लिए मजदूर बने पुलिस वाले, 500 से अधिक सीसीटीवी खंगाले, 72 घंटे में आरोपियों तक पहुंचे
राजस्थान पुलिस की जितनी तारीफ की जाये कम होगी, जयपुर में पुलिस मजदूर बनकर घूमती रही। दरअसल 9 महीने के मासूम को ढूंढने के लिए पुलिस की टीम बस्ती-बस्ती मजदूर बनकर घूमी और उनकी मेहनत भी रंग लाई।
राजस्थान पुलिस की जितनी तारीफ की जाये कम होगी, जयपुर में पुलिस मजदूर बनकर घूमती रही। दरअसल 9 महीने के मासूम को ढूंढने के लिए पुलिस की टीम बस्ती-बस्ती मजदूर बनकर घूमी और उनकी मेहनत भी रंग लाई। पुलिस ने मासूम बच्चे को 72 घंटों में ढूंढ निकाला। साथ ही किडनैपर्स को भी अरेस्ट कर लिया। इस दौरान पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि बेटे की चाहत में उन्होंने यह किडनैपिंग की थी। बच्चे को किडनैप करने वाले दोनों आरोपी पति पत्नी निकले।
27 मई को हुआ था बच्चे का अपहरण
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के मुताबिक, सांगानेर चौराहे के पास पुलिया निर्माण का काम चल रहा है। यहां मजदूरी कर रहे पति-पत्नी का 9 महीने का बेटा बड़े भाई के साथ खेल रहा था। 27 मई की दोपहर करीब 4:30 बजे यह बच्चा गायब हो गया, जिसके बाद माता-पिता ने पुलिस से मदद मांगी लेकिन बच्चा कहीं नहीं मिला।
पुलिस की 10 टीमें खुलासे में लगी
सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम एक्शन मोड में आ गई। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए गये, जिसमें बाइक पर सवार पति-पत्नी बच्चे को किडनैप कर ले जाते दिखाई दिए।इस दौरान जांच में जुटी पुलिस ने 10 टीमें बनाकर अलग-अलग एरिये में भेजी।
बच्चे को खोजने में दिन रात एक कर दिया
आरोपियों को पकड़ने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के 100 पुलिसवाले दिन-रात जुटे रहे। दो पुलिसवाले तो मजदूरों की बस्ती में भी अपनी निगाहें गड़ाये रहे। वहीं, टेक्निकल टीम ने तीन दिन में 3 लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों को खंगाला। साथ ही 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज भी चेक की गई। यहां से मिले अलग-अलग सुरागों को जोड़ते हुए पुलिस दौसा तक जा पहुंची।
पुलिस ने 72 घंटे में खोज लिया मासूम को
पुलिस के मुताबिक, 9 महीने के मासूम को राकेश कुमारऔर पायल जिसकी उम्र 35 वर्ष है, ने किडनैप किया था।पुलिस ने 9 महीने के मासूम को 72 घंटों में ढूंढ निकाला।वहीं, दोनों आरोपी दौसा में बच्चे को छिपाने के लिए किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। इस दौरान आरोपियों ने बताया कि यह किडनैपिंग उन्होंने बेटे की चाहत में की है। वे दोनों मुंडली शिवदासपुरा के रहने वाले हैं। आरोपी दो शादियां कर चुका है। उसकी पहली पत्नी से चार बेटियां हैं। पहली पत्नी से तलाक होने के बाद साल 2017 में उसने पायल से शादी की। लेकिन उसके भी कोई बेटा नहीं हुआ। इस दौरान करीब 10 दिन पहले टोंक रोड से जाते वक्त दोनों को कुछ बच्चे खेलते हुए दिखे।
दिल्ली जाने की फिराक में थे आरोपी
इसके बाद बेटे की चाहत में दोनों ने मौके पर रेकी करना शुरू कर दिया। वे बच्चों के माता-पिता पर नजर रखने लगे। इसके बाद 27 मई को करीब 4.30 बजे उन्होंने 9 महीने के मासूम का किडनैप कर लिया। इसके बाद वे दोनों बच्चे को अपने घर नहीं ले गए। बल्कि दौसा में किराए का कमरा लेकर रहने लगे। आरोपियों ने जिस बाइक से वारदात को अंजाम दिया था, उसकी नंबर प्लेट भी बदल दी थी। पुलिस के अनुसार दौसा से दोनों आरोपी दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों का प्लान कुछ दिन दिल्ली में ही रहने का था।