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हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी पर कसा तंज, राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों पर उठाए सवाल

राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने ASI भर्ती रद्द मामले पर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे “डरी हुई पार्टी” करार दिया और कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस और बीजेपी में कई दावेदार हैं। 

हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी पर कसा तंज, राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों पर उठाए सवाल

राजस्थान में विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव का माहौल गर्म हो गया है। इस चुनावी माहौल में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी रणनीति के साथ मैदान में उतरी हुई हैं, और एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रही हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दोनों पर निशाना साधा है। हाल ही में भारत रफ्तार को दिए एक इंटरव्यू में हनुमान बेनीवाल ने ASI भर्ती रद्द मामले को लेकर बयान जारी करते हुए कांग्रेस को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछली गहलोत सरकार की नीतियों की वजह से यह भर्ती प्रक्रिया रद्द हुई थी, और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस सरकार की है।

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कांग्रेस एक ड़री पार्टी

बेनीवाल ने अपने बयान में कांग्रेस को "डरी हुई पार्टी" की संज्ञा दी और कहा कि इस पार्टी के भीतर नेतृत्व को लेकर बहुत असमंजस है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अभी "घुटनों पर बैठी हुई है" और इसमें मुख्यमंत्री बनने के इच्छु करीब 15 दावेदार हैं। कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर इस तरह की प्रतिस्पर्धा ने पार्टी की स्थिति को कमजोर किया है।

बेनीवाल ने बीजेपी पर साधा निशाना

वहीं, बीजेपी पर भी बेनीवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी में भी स्थिति इससे अलग नहीं है। उन्होंने बताया कि बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए 20 लोग दावेदार हैं, और यह स्थिति पार्टी की आंतरिक कमजोरी को दर्शाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ में दोनों प्रमुख पार्टियाँ – कांग्रेस और बीजेपी – फंस गई हैं, जिसका खामियाजा राजस्थान की जनता को भुगतना पड़ रहा है।

राजस्थान का सियासी पारा

हनुमान बेनीवाल के इस बयान ने उपचुनाव के पहले सियासी पारा और भी बढ़ा दिया है। उनकी इस टिप्पणी ने राज्य में राजनीतिक गहमागहमी को बढ़ा दिया है, और जनता के बीच यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या दोनों प्रमुख पार्टियां सत्ता में आने के बजाय आंतरिक संघर्षों में उलझी हुई हैं? बेनीवाल ने राज्य की जनता के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस होड़ में फंसी कांग्रेस और बीजेपी के कारण राजस्थान की जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है।