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राजस्थान उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस की टकरार हुई तेज, वोटर करेंगे अंतिम फैसला

राजस्थान उपचुनाव के चलते बीजेपी और कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और सचिन पायलट ने जनता से अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए समर्थन की अपील की है। दौसा जैसी महत्वपूर्ण सीट पर जनता का रुख किस ओर होगा, यह 13 नवंबर के मतदान और 23 नवंबर को आने वाले परिणाम तय करेंगे।

राजस्थान उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस की टकरार हुई तेज, वोटर करेंगे अंतिम फैसला

राजस्थान में उपचुनावों के चलते राजनीतिक माहौल चरम पर है। चुनाव प्रचार का अंतिम दिन गुजर चुका है, और अब सभी दल जनता के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं। 13 नवंबर को सात विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे और 23 नवंबर को मतगणना के साथ ही परिणाम घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और सुरक्षित रूप से संपन्न किया जा सके।

ये भी पढ़ें- Rajasthan By-election में गरमा रही सियासत, किरोड़ी लाल मीणा का दावा – भाजपा का समर्थन बढ़ रहा है

सीएम भजनलाल शर्मा ने जनता को गिनाए अपने काम

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में दौसा और अलवर में रैलियां कीं और जनता के सामने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने रोजगार, अपराध, और पेपर लीक जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ही प्रदेश में जनता के हितों की रक्षा कर सकती है और अपने उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगते हुए जनता से अपील की कि वे बीजेपी को मौका दें।

सचिन पायलट ने दीनदयाल बैरवा के लिए वोट

दौसा में अपने रोड शो के दौरान उन्होंने लोगों का उत्साह बढ़ाते हुए विकास के मुद्दे पर फोकस रखा। उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बीजेपी पर तीखा वार करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि बीजेपी ने वास्तव में काम किया है, तो क्यों उनके नेता जनता से बार-बार वोट की अपील कर रहे हैं। पायलट का मानना है कि कांग्रेस के विकास कार्यों और जनता के भरोसे के आधार पर उनका दल फिर से जीत हासिल करेगा। दौसा से कांग्रेस के प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा ने अपने टिकट मिलने से पहले ही इस सीट को सचिन पायलट का बता दिया था।

बीजेपी और कांग्रेस का मुकाबला

दौसा सीट, जो पिछले दस वर्षों से कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है, इस बार बीजेपी के लिए एक चुनौती और मौका दोनों है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि जनता इस बार बदलाव के मूड में दिख रही है और संभव है कि बीजेपी को इस सीट पर समर्थन मिले। इस बार भाजपा के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा ने भी कांग्रेस को करारी मात देने के साथ पार्टी के उम्मीदवार जगमोहन मीणा को भारी मतो से जीत दिलाने की ठान ली है।

13 नवंबर को जनता किसका देगी साथ

कल दौसा में विधानसभा उपचुनाव होगा, जिसमें दौसा सीट पर 2 लाख से ज्यादा लोग वोट डालेंगे। इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने दीनदयाल बैरवा, बीजेपी ने जगमोहन मीणा, निर्दलीय प्रत्याशी देवी सिंह, विप्र गोयल, मक्खन लाल मीणा और रितु शर्मा सहित 11 उम्मीदवारों के बीच होगी चुनावी जंग। अब देखना यह है कि राजस्थान की जनता किसे अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपती है – बीजेपी या कांग्रेस।