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राजस्थान विधानसभा में आयोजित युवा संसद में फूटा छात्रों का गुस्सा, मार्मिक उदाहरणों के साथ रखी अपनी बात

राजस्थान विधानसभा में शनिवार को स्कूली छात्रों ने देश में चल रही शिक्षा प्रणाली से लेकर लीक होते पेपर मामलों तक, सभी पर बात की। मार्मिक उदाहरणों के साथ अपनी बात पेश की। 

राजस्थान विधानसभा में आयोजित युवा संसद में फूटा छात्रों का गुस्सा, मार्मिक उदाहरणों के साथ रखी अपनी बात

राजस्थान विधानसभा में शनिवार को स्कूली छात्रों ने सीएम, मंत्री और नेता प्रतिपक्ष बनकर शिक्षा से जुड़े तमाम मुद्दे उठाए। छात्रों ने देश में चल रही शिक्षा प्रणाली से लेकर लीक होते पेपर मामलों तक, सभी पर बात की। साथ ही मार्मिक उदाहरणों के साथ अपनी बात पेश की। 

'विद्या की काशी आज मणिकर्णिका घाट बन चुकी'

छात्र विहान बजाज ने कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के मामले को मार्मिक तरीके से उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने जिसे विद्या की काशी कहा वो विद्या की काशी आज मणिकर्णिका घाट बन चुकी है। ध्रुवांश शाह ने छात्रों के सुसाइड पर बात करते हुए कहा कि कोचिंग संस्थानों में छात्र सुसाइड कर रहे हैं। आखिरी ऐसी कितनी जाने और जाएगी? कोचिंग संस्थानों को मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना होगा। समय आ गया है कि भारत सरकार कोचिंग के लिए रेगुलेशन बनाए, ताकि हमारे बच्चे सुसाइड नहीं करें।

'हम अंधे की लाठी बनने की जगह खुद अंधे बन चुके हैं'

निशा छेड़ा ने कहा कि आज धर्म और शिक्षा का बाजारीकरण हो गया है। शिक्षा दान की वस्तु है तो इसका बाजारीकरण क्यों? जब एक तरह की फीस ली जाती है, तो कमजोर-होशियार छात्रों के अलग बैच बनाकर भेदभाव करते हैं। आज हर गली में कोचिंग सेंटर खुल गए हैं। हम अंधे की लाठी बनने की जगह खुद अंधे बन चुके हैं। छात्रा श्रेया बोलीं ने कोचिंग संस्थानों पर सवाल उठाते हुए कहा कि नियमों की बर्बादी हो चुकी है। नियमों के अनुसार 16 साल से कम आयु के बच्चे को कोचिंग में नहीं ले सकते। यहां तो आईआईटी की तैयारी छठी क्लास से ही कोचिंग में शुरू कर देता है। हालत ये है कि हम बच्चों की मौत सह लेंगे, लेकिन सिस्टम नहीं सुधारेंगे? एनटीए का असली चेहरा सह लेंगे, लेकिन सिस्टम वही रहेगा।

'हर युग में एकलव्य का अंगूठा कटाया गया'

दिवा शर्मा बोलीं कि किसी अर्जुन को श्रेष्ठ साबित करने के लिए हर युग में एकलव्य का अंगूठा कटाया गया। अंगूठे तो आज भी कट रहे हैं, लेकिन अब द्रोणाचार्यों ने दुर्बलता को कानून बना दिया है। पेपर लीक, संगठनात्मक भ्रष्टाचार आज के द्रोणाचार्य हैं। तेजस वशिष्ट बोले कि लोग कहते हैं कि काश, हम बच्चे होते तो खेल कूद पाते। आज 56 प्रतिशत बच्चे ड्रिपेशन का शिकार हो चुके हैं। 60 प्रतिशत बच्चों के पास मेंटल हेल्थ सपोर्ट नाम की चीज नहीं है। क्या यह चिंता की बात नहीं है।

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'इतने स्कैम हैं कि एक वेब सीरीज बन जाए'

आर्यन पांडे ने कहा कि पूरे देश में 10वीं और 12वीं में 7 लाख से ज्यादा विद्यार्थी 90% से ज्यादा अंक लाते हैं। हमारे यहां IIT में सीटें केवल 17740 सीटें, 90% वाले ही IIT की परीक्षा दें तो 99% का चयन नहीं होगा। इसलिए सीटें बढ़ाए जाने की सख्त आवश्यकता है। भूमिका सैनी ने कोचिंग संस्थाओं पर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने को लेकर सरकार पर तंज कसा और कहा कि सरकार पर लोगों का विश्वास नहीं है। इतने स्कैम (भ्रष्टाचार) हैं कि एक वेब सीरीज बन जाए।

'पेरेंट्स की नजरों में कोचिंग सेंटर नोट छापने की मशीन बन गए हैं'

मुख्यमंत्री की भूमिका निभा रहे सिद्धार्थ एस ने कहा कि यूपीएससी में आपने देखा होगा आजादी के बाद से लेकर अब तक पेपर लीक नहीं हुआ, क्योंकि वहां एक मजबूत संवैधानिक तंत्र है। स्नेहा राठौड़ ने कोचिंग सेंटरों की मनमानी पर कहा कि कोचिंग सेंटर्स ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मौलिक अधिकार को विशेष अधिकार बना दिया है। असुरक्षा से घिरे पेरेंट्स की नजरों में कोचिंग सेंटर नोट छापने की मशीन बन गए हैं।