राजस्थान के शहीदों का शव देख घरवालें बेसुध, दादा की गोद से शहीद के बेटे ने किए अंतिम दर्शन, गांववालों ने किया अंतिम सलाम
राजस्थान के झुंझुनू के दो जवान अजय सिंह और विजेंद्र सिंह शहीद हुए थे। जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद राजस्थान के झुंझुनूं जिले के 2 जवान शहीद हुए थे। आज तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, तो हर आंख आंसुओं से नम हो गई।
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद राजस्थान के झुंझुनूं जिले के 2 जवान शहीद हुए थे। आज तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, तो हर आंख आंसुओं से नम हो गई। शहीदों के सम्मान में निकाली गई तिरंगा यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी।
झुंझुनू के दो जवान हुए थे शहीद
राजस्थान के झुंझुनू के दो जवान अजय सिंह और विजेंद्र सिंह शहीद हुए थे। दोनों झुंझुनू जिले के अलग-अलग गांव में रहने वाले थे। दोनों जवानों की पार्थिव देह को जम्मू से आज हवाई रास्ते के जरिए जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लाया गया। उसके बाद सेना के ट्रकों की मदद से झुंझुनू लाया गया। यहां दोनों शहीदों की अंतिम यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और अन्य लोग शामिल है।
दादा की गोद में बैठ बेटे ने किए शहीद पिता के अंतिम दर्शन
शहीद विजेंद्र सिंह दौराता झुंझुनूं के सिंघाना थाना इलाके के खुबा की ढाणी (डुमोली कलां) के रहने वाले थे और अजय सिंह भी इसी इलाके में भैसावता कलां के रहने वाले थे। बिजेंद्र सिंह की पार्थिव देह जब उनके घर पहुंची तो उन्हें देखकर मां बिलख पड़ी। वहीं विजेंद्र सिंह के बेटे ने अपने दादा की गोद में बैठकर पिता के अंतिम दर्शन किए।
शहीद अजय सिंह के परिवार ने किए अंतिम दर्शन
शहीद अजय सिंह नरुका की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव भैसावता कलां स्थित घर पहुंच गई है। तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह घर के आंगन में रखी गई है। पार्थिव देह पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। शालू कंवर को अंतिम दर्शन करवाए गए, लेकिन वो बार-बार बेसुध हो रही है। शहीद के पिता कमल सिंह का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
शहीद बिजेंद्र के पिता रामजीलाल किसान हैं, जबकि भाई दशरथ सिंह सेना में कार्यरत है। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग लखनऊ में है। साल 2018 में आर्मी में भर्ती होने के अगले ही साल बिजेंद्र की शादी हो गई थी। उनके दो बच्चे हैं, 4 साल का विहान व 1 साल का किहान है। शहीद अजय सिंह नरूका की शादी 2021 में हुई थी। उनकी पत्नी का नाम शालू कंवर है। शहीद के पिता कमल सिंह भी 24 राजपूत से 2015 में सेवानिवृत हुए हैं। उनका बड़ा भाई करणवीर सिंह भटिंडा एम्स में डॉक्टर है, जबकि चाचा कायम सिंह भी भारतीय सेना की 23 राजपूत रेजीमेंट में सिक्किम में तैनात हैं। उन्हें 2022 में सेना मैडल से भी नवाजा गया था।