Tarang Shakti 2024: तीनों सेनाओं वाइस चीफ ने 'तेजस' जेट में भरी उड़ान, पाकिस्तान ने देखा भारत का दम !
भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना के उप प्रमुखों ने सोमवार को स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलएसी) तेजस में उड़ान भरी। यह बेहद दुर्लभ नजारा जोधपुर में हवाई अभ्यास के दौरान देखने को मिला ।
अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल ए.पी. सिंह ने मुख्य लड़ाकू विमान उड़ाया, जबकि उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. राजा सुब्रमणि और नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने दो सीटों वाले विमान में उड़ान भरी। इस उड़ान अभ्यास के बाद तीनों सेनाओं के उपप्रमुखों ने भारत और इसमें भाग लेने वाले मित्र देशों की सेनाओं से बातचीत की।
ऐसा पहली बार हुआ
'तरंगा शक्ति' अभ्यास में तीनों सेनाओं के उप-प्रमुखों की भागीदारी ने अंतर-क्षेत्रीय सहयोग पर बढ़ते ध्यान को प्रदर्शित किया, जिसके तहत सेना, नौसेना और वायु सेना आधुनिक चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।
इस अभ्यास का संदेश क्या था?
अभ्यास 'तरंग शक्ति' में तीनों सेनाओं के उप प्रमुखों की भागीदारी ने अंतर-क्षेत्रीय सहयोग पर बढ़ते फोकस को प्रदर्शित किया, जिसके तहत सेना, नौसेना और वायु सेना आधुनिक चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ मिलकर काम कर रही हैं।
केवल तेजस ही क्यों?
'हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड' (एचएएल) द्वारा निर्मित 'तेजस' विमान हवाई युद्ध और आक्रामक वायु सहायता मिशनों के लिए एक शक्तिशाली विमान है। मिशन में तेजस को शामिल करना भारत के रक्षा बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण में स्वदेशी प्लेटफार्मों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
'तरंग शक्ति' अभ्यास का उद्देश्य क्या है?
भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित तरंग शक्ति अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाली सेनाओं के बीच अंतरसंचालनीयता को मजबूत करना है। अधिकारी ने कहा कि प्रतिभागियों की एक श्रृंखला के साथ, भारतीय वायु सेना के नेतृत्व वाले अभ्यास का उद्देश्य घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देना है जो असंख्य क्षमताओं में सहयोग को मजबूत करता है।
तेजस वायुसेना की रीढ़ बनेगा
तेजस विमान भारतीय वायुसेना का मुख्य आधार बनने जा रहे हैं। 1 जुलाई 2016 को, भारतीय वायु सेना को प्रारंभिक परिचालन मंजूरी (आईओसी) के साथ पहले दो तेजस विमान प्राप्त हुए। विमान की अंतिम परिचालन मंजूरी (FOC) की घोषणा फरवरी 2019 में की गई थी ।