Vasundhara Raje: वसुंधरा राजे ने छुए बालमुकुंद आचार्य के पैर फिर मंच से बोलीं 'राजनीति का दूसरा नाम उतार चढ़ाव'
Vasundhara Raje: वसुंधरा राजे ने बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में ‘दो धारी तलवार’ चलाई है। पहली अपनी पीड़ा को बयां कर अपनी ही पार्टी के नेताओं पर तंज कसां, तो दूसरी तरफ पूर्व सीएम और राजघराने से ताल्लुख रखने वाली वसुंधरा राजे ने हवामहल विधानसभा से विधायक बालमुकुंद आचार्य के पैर छुए।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में शानिवार को बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण का कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में राजस्थान सीएम भजनलाल, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के साथ तमाम पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। वसुंधरा राजे ने इस पद ग्रहण समारोह में ‘दो धारी तलवार’ चलाई है। पहली अपनी पीड़ा को बयां कर अपनी ही पार्टी के नेताओं पर तंज कसां, तो दूसरी तरफ पूर्व सीएम और राजघराने से ताल्लुख रखने वाली वसुंधरा राजे ने हवामहल विधानसभा से विधायक बालमुकुंद आचार्य के पैर छुए। राजनीति में किसी भी कदम को एक नए दांव के तौर पर देखा जाता है, तो इसी को बरकरार रखते हुए वसुंधरा राजे की मंच पर करनी और कथनी दोनों ने ही सियासी हलचल बढ़ा दी है।
वसुंधरा राजे ने छुए विधायक बालमुकुंद आचार्य के पैर
वसुंधरा राजे किसी परिचय की मोहताज नहीं है। पूर्व राजस्थान सीएम वसुंधरा राज ने शानिवार को बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण समारोह में हवामहल विधानसभा से विधायक बालमुकुंद आचार्य के पैर छू लिए। जिसका वीडियो काफी वायरल है। इस वीडियो में वसुंधरा राजे सभी मिलती नजर आ रही हैं और इसी दौरान उन्होंने बालमुकुंद आचार्य के पैर छुए। हैरानी की बात ये है कि विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी वसुंधरा राजे को आशीर्वाद दिया। हालांकि, इस दौरान वीडियो में चल रही आवाज से पता चल रहा है कि ये समारोह में संतों से आशीर्वाद लेने के दौरान का वीडियो है।
पूर्व सीएम का छलका दर्द
राजस्थान बीजेपी के नए अध्यक्ष मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण में समारोह के दौरान वसुंधरा राजे की पीड़ा झलकी। उन्होंने कहा कि हम पार्टी से ऊपर किसी को नहीं मानते। कुछ मन में खटका भी आता है तो उसको पी जाते हैं। पार्टी बड़ी है। मदन राठौड़ सबको साथ लेकर चलेंगे। यह मुश्किल काम है, क्योंकि कई लोग इसमे फेल भी हुए हैं।
आगे वसुंधरा राजे ने कहा कि राजनीति का दूसरा नाम उतार चढ़ाव होता है। पद का मद होता है जो सर चढ़ जाता है। लेकिन जो पद का मद नहीं करेगा वो ही आगे जाएगा। राजे बोलीं कि राजनीति में आपका काम ही बड़ा होता है। जनता के दिल में जगह ही सच्ची पूंजी है। जिसको यह मिल गया उसको पद की क्या दरकार है। राजे के इस बयान के बाद बीजेपी में चर्चाओं का दौर चल पड़ा है।