Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

ind vs zim : रोहित-कोहली के बिना टीम इंडिया नहीं दिखा पाई कमाल, गिल की कप्तानी में हुआ हरारे में बुरा हाल

आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 16 रन बनाने थे. वॉशिंगटन सुंदर पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्होंने सिर्फ दो रन बनाए और ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हो गए.

ind vs zim : रोहित-कोहली के बिना टीम इंडिया नहीं दिखा पाई कमाल, गिल की कप्तानी में हुआ हरारे में बुरा हाल

पांच मैचों की टी20 सीरीज  भारत और जिम्बाब्वे के बीच खेली जा रही है. जिसका पहला मुकाबला भारत और जिम्बाव्वे के बीच हुआ. इस मैच में जिम्बावे ने 13 रनों से जीत हासिह की है. मैच में भारतीय टीम को 116 रनों का टारगेट चेज़ करना था. वह 19.5 ओवरों में 102 रनों पर ही सिमट कर रह गई. 

जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 में भारतीय की ये न सिर्फ तीसरी हार रही, बल्कि टीम के खिलाफ उसका ये सबसे कम ऑलआउट स्कोर रहा. वहीं  हार के साथ टी20 क्रिकेट में भारतीय टीम की जीत का सिलसिला खत्म हुआ. ये हार इस साल भारतीय टीम की टी20 इंटरनेशनल में पहली हार है.

तीन भारतीय बल्लेबाज दोहरे अंकों में पहुंचे

मैच के आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 16 रन बनाने थे. वॉशिंगटन सुंदर पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्होंने सिर्फ दो रन बनाए और ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हो गए.

IPL के स्टार खिलाड़ी भी ढेर

भारतीय टीम की हार का सबसे बड़ा कारण बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन रहा. शुरुआती बल्लेबाजों में कप्तान शुभमन गिल ही क्रीज पर टिक पाए. उन्होंने 31 रनों की पारी खेली. वहीं आवेश खान 16 रन और वॉशिंगटन सुंदर 27 रन ही बना सके.

डेब्यूटेंट खिलाड़ियों ने किया खराब प्रदर्शन

इस मैच में टीम में डेब्यूटेंट खिलाड़ियों ध्रुव जुरेल, रियान पराग और अभिषेक शर्मा ने अपनी परफॉर्मेंस से सबको निराश कर दिया. 

 ये भी पढ़ें : कौन है रवि बिश्नोई ? राजस्थान से नाता, अकेले जिम्बावे की धज्जियां उड़ाकर रख दी 

रोहित-कोहली की रिटायरमेंट के बाद पहला मैच

वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा और विराट कोहली के टी20I से रिटायरमेंट के बाद टीम का ये पहला मुकाबला था. इस सीरीज़ में हार्दिक पंड्या, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव को आराम दिया गया था. शुभमन गिल ने सीरीज में कप्तानी की. लेकिन जिस तरह का हाल मैच में देखने को मिला उसके बाद कहीं न कहीं स्थिति सोंचने लायक जरूर हो गई है.