कौन हैं टीम इंडिया की 'वॉल', जिसने हॉकी में लंदन के ओलम्पिक में लहराया परचम ?
भारत के एक्सपीरियंस गोलकीपर और हॉकी टीम के पूर्व कप्तान पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक से पहले घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने अपना आखिरी मैच स्पेन के खिलाफ खेला, यह पुरुष हॉकी का कांस्य पदक मैच था। इस मैच में भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में कांस्य पदक जीता।
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वहीं ओलंपिक के इतिहास में भारतीय हॉकी का यह 13वां पदक है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही भारतीय टीम के एक खिलाड़ी का करियर भी खत्म हो गया है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश हैं।
आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा: श्रीजे
भारत के एक्सपीरियंस गोलकीपर और हॉकी टीम के पूर्व कप्तान पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक से पहले घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा। पीआर श्रीजेश ने भारत के लिए कुल 4 ओलंपिक खेले और दो बार भारत के लिए ओलंपिक पदक भी जीते। बता दें, पीआर श्रीजेश ने 2004 में जूनियर टीम के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी, जिसके बाद वे 2006 में सीनियर टीम में शामिल हो गए। वे 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा श्रीजेश 2018 में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी की संयुक्त विजेता टीम, भुवनेश्वर में 2019 एफआईएच पुरुष सीरीज फाइनल की स्वर्ण पदक विजेता टीम और बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली टीम के सदस्य रहे हैं।
एक के बाद एक अवॉर्ड्स
पीआर श्रीजेश को 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें साल 2021 में वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर से भी पुरस्कृत किया गया था। वह वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीतने वाले भारत के सिर्फ़ दूसरे खिलाड़ी हैं। वह 2021 और 2022 में एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर भी बन चुके हैं। उन्हें अपने करियर के दौरान भारतीय टीम का नेतृत्व करने का भी मौका मिला।