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पूरब की पॉलिटिक्स का केंद्र वाराणसी, पीएम मोदी का चक्रव्यूह, फंस जाएगा विपक्ष ?

उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट पूरब की पालिटिक्स की केंद्र मानी जाती है. 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने बड़ोदरा के साथ-साथ वाराणसी को चुनाव लड़ने के लिए सोचा जीत हुई तो वाराणसी के ही सांसद रहे.

पूरब की पॉलिटिक्स का केंद्र वाराणसी, पीएम मोदी का चक्रव्यूह, फंस जाएगा विपक्ष ?

उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट पूरब की पालिटिक्स की केंद्र मानी जाती है. 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने बड़ोदरा के साथ-साथ वाराणसी को चुनाव लड़ने के लिए सोचा जीत हुई तो वाराणसी के ही सांसद रहे. फिर 2019 में वो काशी लौट कर आए और 2024 में एक बार फिर चुनाव लड़ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में कितना काम किया. क्या लोग उनके कामकाज से खुश हैं, संतुष्ट हैं. क्या एक बार फिर लोग उन्हे देश का प्रधानमंत्री देखना चाहते है. माना जाता है कि काशी से दिया गया संदेश पूरब का सबसे बड़ा जनादेश बनता है.

छठे दौर का चुनाव संपन्न हो गया है. इसी के साथ सातवें और अंतिम चरण के लिए सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत लगाने की तैयारी में हैं. पूर्वांचल की अंतिम 13 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और इंडी गठबंधन पूरा जोर आजमाइश करेगा. लोकसभा चुनाव के सातवें अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होना है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अब बड़े सियासी दंगल का केंद्र बन गया. देश के पक्ष विपक्ष के बड़े नेताओं का यहां जुटना शुरू होगा. विरोधी दल जनसभा के साथ रोड शो की तैयारी में हैं. इसकी शुरुआत 25 से हो गई है.

पीएम मोदी लगाएंगे हैट्रिक

प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से तीसरी बार काशी से चुनाव लड़ रहे हैं. 2014,2019 में काशी ने भारी मत देकर संसद पहुंचाया. इस बार फिर भावनात्मक चिट्ठी लिखकर बनारसवासियों से समर्थन मांगा है. पूर्वांचल और काशी की संरचना ही ऐसी है, कि काशी से एक संसदीय सीट या आस-पास के कुछ इलाके ही नहीं साध सकते बल्कि पूरे पूर्वांचल तक संदेश जाता है. पीएम मोदी ने यहां 13 मई को रोड शो और 14 मई को नामांकन किया था. प्रियंका और डिंपल ने इस रोड शो से विपक्ष पीएम मोदी के रोड शो और मातृ शक्ति कार्यक्रम को जवाब देने की कोशिश की. साथ ही दलित और ओबीसी वोटरों को भी साधने का प्रयास किया. वाराणसी से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय हैं. यहां 1 जून को मतदान होना है.

3 लोकसभा चुनावों में बीजेपी की जीत

2019 में नरेंद्र मोदी ने जीत की हासिल
2014 में भी नरेंद्र मोदी ने जीत की हासिल
2009 में मुरली मनोहर जोशी जीते

वहीं लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए बीजेपी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी में चुनाव प्रचार कर रहे. 28 मई से 1 जून तक पीएम के भी वाराणसी में रहने की संभावनाएं हैं. वहीं जेपी नड्डा पिछले पंद्रह दिनों में दो बार बनारस आ चुके हैं. वह चुनाव अभियान की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. बाबा कालभैरव का दर्शन कर जेपी नड्डा ने आशीर्वाद मांगा. इसके बाद बाबा विश्वनाथ मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भाजपा की प्रचंड जीत का आशीर्वाद मांगा.

वाराणसी से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय का सियासी माहौल बनाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा सांसद डिंपल यादव एक साथ एक मंच पर नजर आईं. इससे पहले यूपी के दो लड़के मंच पर नजर आए थे. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा सांसद डिंपल यादव ने वाराणसी में रोड शो किया. पहली बार प्रियंका और डिंपल किसी रोड शो में साथ दिखे. रथ पर उनके साथ इंडी गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय भी मौजूद रहे. करीब 4 किलोमीटर लंबे रोड शो में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. समर्थकों ने दोनों नेताओं पर फूल बरसाए.

लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में वाराणसी सीट पर चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी पार्टियां वाराणसी में अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं. प्रधानमंत्री के वाराणसी से चुनाव लड़ने की वजह से हॉट सीट बनी हुई है. भगवा राजनीति का गढ़ बन चुकी काशी की वाराणसी लोकसभा सीट का चुनावी परिदृश्य हमेशा आज जैसा नहीं रहा. यह सच है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार दो बार बड़े अंतराल से जीत हासिल की है, उनके लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है मगर यह क्षेत्र विपक्ष की ताकत से एकदम शून्य नहीं रहा उसने भी चुनौती दी है.