Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

शेख हसीना के बेटे ने किया बड़ा खुलासा, हसीना के देश छोड़ने से लेकर आगे प्लान के बारे में बताया, आप भी पढ़ें

Bangladesh Protest Update: बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ जारी हिंसक के प्रदर्शन के बीच पीएम शेख हसीना देश छोड़कर चली गई हैं. जिसके बाद शेख हसीना के बेटे ने बयान जारी कर बताया कि अब शेख हसीना राजनीति में वापसी नहीं करेंगी.

शेख हसीना के बेटे ने किया बड़ा खुलासा, हसीना के देश छोड़ने से लेकर आगे प्लान के बारे में बताया, आप भी पढ़ें

बांग्लदेश में अब तख्तापलट हो चुका है. देश की पीएम शेख हसीना अपने पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ भाग चुकी है. जिसके बाद अब उनके बेटे ने बयान जारी कर के बड़ा खुलासा किया है. शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय का ने बताया कि अब उनकी मां शेख हसीना राजनीति में वापसी नहीं करेंगी. उन्होंने ने देश की भलाई के लिए बहुत कुछ किया. लेकिन उनके खिलाफ ही विद्रोह प्रदर्शन हुआ. वो इससे बहुत निराश हुई है.

‘गरीब देशों में गिना जाता था बांग्लादेश’

हसीना के बेटे ने सजीब वाजेद जॉय ने बताया कि जब उनकी मां ने देश की कमान अपने हाथ ली थी. तब बांग्लादेश को दुनिया में एक असफल और गरीब देश माना जाता था. लेकिन आज बांग्लादेश की गिनती एशिया के उभरते हुए देशों में होती है. 

‘देश को छोड़ने को तैयार नहीं थी शेख हसीना’

हसीना के बेटे ने बताया कि शेख हसीना देश छोड़ने को तैयरा नहीं था. वो यही रहना चाहती थी. लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर हम सब चिंतित थे. जिसके बाद हम सबने उनके देश छोड़ने के लिए मनाया. बांग्लादेश की आज स्थिति को देखकर वो काफी निराश है. उनका सपना था कि बांग्लादेश की गिनती विकसित देशों में हो. जिसके लिए उन्होंने 15 साल खूब काम किया. देश को उग्रवादियों और आतंकवादियों से बचाने का काम किया.फिर भी मुखर अल्पसंख्यक, विपक्षी और उग्रवादियों ने सत्ता कब्जा ली.   

 ‘लोगों को वैसी ही लीडरशिप मिलेगी जिसके वे हकदार हैं’

सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि यह अब परिवार की ज़िम्मेदारी नहीं. हमने ये करके दिखाया है कि हम बांग्लादेश का कितना विकास कर सकते हैं. लेकिन अगर बांग्लादेश के लोग ही खड़े होने के इच्छुक नहीं हैं, हिंसक अल्पसंख्यक सत्ता कब्ज़ाने के लिए तैयार हैं, तो लोगों को वैसी ही लीडरशिप मिलेगी जिसके वे हकदार हैं. गौरतलब है कि बांग्लादेश के आर्मी चीफ का बयान है कि यहां पर जल्द ही अंतरिम सरकार का गठन किया जा सकता है.