सलमान खान की जान को बड़ा खतरा, कभी भी हो सकता है भाईजान पर हमला!
सलमान खान पर कई बार हमलों की कोशिश की गई है। कभी उन्हें जान से मारने की धमकी मिलती है तो कभी उनके अपार्टमेंट में गोलियां चला दी जाती है। अब इसी को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
सलमान खान की जान का दुश्मन लॉरेंस गैंग बना हुआ है। लगातार उनपर हमले की साजिश की जाती है। 14 अप्रैल को दो बाइक सवारों ने सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की थी। इस फायरिंग का कनेक्शन गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से बताया गया था। अब सलमान खान ने फायरिंग के दिन क्या-क्या हुआ। उस वक्त सलमान क्या कर रहे थे, सबकुछ उन्होंने अपने बयान में बताया है।
सलमान के घर पहुंचे क्राइम ब्रांच के अधिकारी
4 जून को दोपहर करीब 12 बजे के करीब क्राइम ब्रांच के चार अधिकारी सलमान खान का बयान दर्ज करने उनके घर पहुंचे थे। सलमान खान का बयान दर्ज करने में करीब तीन से चार घंटे का वक्त उन्हें लगा। वहीं अरबाज खान का बयान दर्ज करने में दो घंटे लगे। क्राइम ब्रांच की टीम शाम 5.30 बजे के बाद सलमान के घर से बयान दर्ज कर निकली थी।
सलमान खान ने दिया बयान
सलमान ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि घटना वाली रात उनके घर पर पार्टी थी, जिसके कारण उन्हें देर से नींद आई और सुबह गोलियों की आवाज सुनकर उनकी नींद खुली।
पुलिस ने किन-किन लोगों के दर्ज किये बयान
सलमान खान फायरिंग मामले में अब तक मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच कुल 29 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। घटना के समय सलमान खान के पिता सलीम खान घर पर मौजूद थे। हालांकि उनकी उम्र ज्यादा होने के कारण उनका बयान दर्ज नहीं किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर सलीम खान का बयान दर्ज किया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि मुख्य आरोपी लॉरेंस बिश्नोई को साबरमती जेल से हिरासत में लेने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
क्या है पूरा मामला
14 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 52 मिनट पर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर दो बाइकसवार शूटरों ने 5 राउंड फायरिंग की थी। इसमें से एक गोली सलमान के घर की दीवार पर लगी थी, जबकि एक गोली वहां लगे नेट को चीरती हुई सलमान के घर के अंदर ड्राइंग रूम की दीवार पर जा कर लगी थी। इसके बाद आरोपी एक चर्च के पास अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस ने इन दोनों शूटर्स विक्की गुप्ता और सागर पाल को भुज, गुजरात से गिरफ्तार किया था। इस मामले में कुछ वक्त पहले एक बड़ा ट्विस्ट आया था। पंजाब से गिरफ्तार किए गए अनुज थापन ने कथित रूप से पुलिस कस्टडी में आत्महत्या कर ली थी। जानकारी के मुताबिक, अनुज लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में था। वो ट्रक हेल्पर के तौर पर काम करता है। मुंबई की क्राइम ब्रांच ने सूरत की तापी नदी से एक पिस्टल और कुछ जिंदा कारतूस बरामद किए थे।