Ratan Tata Death: दिलजीत दोसांझ ने लाइव कॉन्सर्ट को बीच में रोका, रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि, लोगों से की ये खास अपील
Ratan Tata Death News: रतन टाटा, जो भारतीय उद्योग के दिग्गजों में गिने जाते थे, का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा, जिसमें लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित होंगे। पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ ने अपने लाइव कॉन्सर्ट को बीच में रोककर रतन टाटा का श्रद्धांजलि दी थी।
देश के महान उद्योगपति रतन टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया है, और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने इस निर्णय की आधिकारिक घोषणा की है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि रतन टाटा को उनके अनुकरणीय जीवन और योगदान के लिए उपयुक्त श्रद्धांजलि दी जाए।
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समाजसेवा के लिए जाने जाते थे रतन टाटा
रतन टाटा, जो न केवल टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं, बल्कि भारतीय उद्योग में अपने अद्वितीय दृष्टिकोण और सामाजसेवा के लिए भी जाने जाते थे, ने अपने जीवन में अनेक उपलब्धियाँ हासिल कीं। उनका निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी जीवन यात्रा में उन्होंने न केवल व्यापार की दुनिया में नई ऊँचाइयों को छुआ, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए भी उन्होंने प्रेरणा का काम किया।
दिलजीत दोसांझ ने कॉन्सर्ट में कही ये बात
रतन टाटा के निधन की खबर सुनते ही समाज के विभिन्न वर्गों से शोक संदेश आने लगे हैं। राजनीतिक नेता, फिल्म सितारे, और अन्य सार्वजनिक हस्तियाँ सभी ने उनके योगदान और नेक कार्यों की सराहना की है। ऐसे में मशहूर पंजाबी और बॉलीवुड सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने अपने लाइव कॉन्सर्ट को रोककर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
कल रात को दिलजीत दोसांझ का कॉन्सर्ट जर्मनी में था। कॉन्सर्ट के दौरान ही उनको रतन टाटा के निधन की खबर मिली, जिसको सुन कर वह काफी भावुक हो गए और रतन टाटा कॉन्सर्ट के बीच में ही श्रद्धांजलि दी। उन्होंने रतन टाटा की जिंदगी से सीख लेने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि मैंने उनके बारे में जितना पढ़ा, सुना है। मैंने कभी नहीं देखा कि उन्होंने किसी के बारे में कुछ बुरा बोला हो। उन्होंने अपनी लाइफ में हमेशा मेहनत की, अच्छा काम किया, किसी के काम और यही जिंदगी है। अगर आज उनकी जिंदगी से कुछ सीख सकते हैं तो वो यही है कि मेहनत करें, अच्छा सोचें और किसी के काम आएं। वह बेदाग जिंदगी जी कर गए।
रतन टाटा का सहयोग
रतन टाटा का योगदान केवल व्यापार तक सीमित नहीं था। उन्होंने हमेशा समाज के उत्थान के लिए काम किया और युवाओं को प्रेरित किया। उनके दृष्टिकोण ने न केवल टाटा ग्रुप को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया, बल्कि भारतीय उद्योग के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित किया। उनके निधन से देश में एक खालीपन महसूस किया जा रहा है, लेकिन उनके कार्य और विचार हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
कहां होगा अंतिम संस्कार
रतन टाटा का अंतिम संस्कार मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में आयोजित किया जाएगा। जहां उनका पार्थिव शरीर आज सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रखा जाएगा, ताकि लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें। यह आयोजन उनके प्रशंसकों और समर्पित अनुयायियों को एकत्रित होने का अवसर प्रदान करेगा, जो रतन टाटा की योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।