Dungarpur News: सासंद राजकुमार रोत का बड़ा बयान,कहा - पुलिस नक्सलवाद से लिंक जोड़कर आदिवासी समाज को बदनाम कर रही
दोवड़ा क्षेत्र में हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर सांसद राजकुमार रोत का बड़ा बयान। इसे आदिवासी समाज से जोड़ा जा रहा है और पुलिस प्रशासन के कर्मचारी के द्वारा नक्सलवाद से जोड़ कर आदिवासी समाज के खिलाफ सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार किया जा रहा है
डूंगरपुर। दोवड़ा क्षेत्र में हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर सांसद राजकुमार रोत का बड़ा बयान सामने आया है । रोत ने कहा कि जिले के पुलिस विभाग के कर्मचारी द्वारा नक्सलवाद से लिंक जोड़कर सम्पूर्ण आदिवासी समाज को बदनाम करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इसे आदिवासी समाज से जोड़ा जा रहा है और पुलिस प्रशासन के कर्मचारी के द्वारा नक्सलवाद से जोड़ कर आदिवासी समाज के खिलाफ सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार किया जा रहा है और अपने राजकीय पद का दुरूपयोग किया जा रहा है ।
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इसके साथ ही ने बांसवाड़ा पुलिस महानिरीक्षक एस. परिमला को मामले में अवगत कराते हुए ऐसे पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
पूरे मामले पर एक नजर
दरअसल दिनांक 03.07.2024 को दोवड़ा क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा एक कार पर पत्थरबाजी की गयी थी, इस दौरान एक बच्ची माही पंचाल को गम्भीर चोटें आई हैं। जिसका वर्तमान में अहमदाबाद में इलाज चल रहा है। इस गम्भीर घटना में दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की बजाय पुलिस विभाग के कर्मचारी पर इसे नक्सलवाद से लिंक जोड़कर सम्पूर्ण आदिवासी समाज को बदनाम करने का आरोप लगा है। इस मामले में अब इसका खुलकर विरोध हो रहा है।
सांसद राजकुमार रोत ने बताया कि अगर पुलिस थानों में इस तरह का स्टाफ रहा तो क्या भविष्य में कोई भी गरीब आदिवासी परिवार या व्यक्ति, जिसके साथ कोई भी घटना होती है तो क्या वह समाज विशेष के प्रति ऐसी मानसिकता रखते वाले स्टाफ के पास जाने की हिम्मत कर पायेगा ? यह विचार करने का मुद्दा है कि राजकीय कर्मचारी भी अब खुले तौर पर किसी घटना को आदिवासी समुदाय से जोड़कर सम्पूर्ण आदिवासी समाज को नक्सली मानते है, यह गम्भीर मामला है। रोत ने इस मामले पर दोषी पुलिसकर्मियों पर आईजी एस.परिमला से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
रिपोर्ट- सादिक़ अली