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Rajasthan की Kawita ने बढ़ाया दुनिया में मान, पिता थे मैकेनिक लेकिन बेटी ने गाड़ा विदेशी धरती पर खूटा, पढ़े ये रिपोर्ट

कविता कांकर, बालोतरा की एक साधारण परिवार की लड़की, ने गूगल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर (SDE-II) के पद पर सफलता प्राप्त की है। गूगल में उनकी जॉइनिंग प्रक्रिया में 7-8 राउंड के इंटरव्यू शामिल थे, और उन्हें अगस्त में अंतिम इंटरव्यू के बाद ज्वाइनिंग लेटर मिला। 

Rajasthan की Kawita ने बढ़ाया दुनिया में मान, पिता थे मैकेनिक लेकिन बेटी ने गाड़ा विदेशी धरती पर खूटा, पढ़े ये रिपोर्ट

राजस्थान के जोधपुर जिले के बालोतरा के ग्रामीण इलाकों में छुपी हुई प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। इन्हीं प्रतिभाओं में से एक हैं माधासर गांव की रहने वाली कविता कांकर, जो अपनी मेहनत और लगन से सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। रेतीले धोरों से निकलकर बेंगलुरू की बड़ी इमारतों में काम करने तक का सफर तय करने वाली कविता ने हाल ही में गूगल (Google) में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर अपनी जगह बनाई है।

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अपनी मेहनत से पाई गूगल में नौकरी

कविता की इस सफलता ने उनके परिवार और रिश्तेदारों के बीच खुशी का माहौल बना दिया है। कविता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बालोतरा के ग्रामीण स्कूल में पूरी की और इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने शहर की ओर रुख किया। अपनी मेहनत, दृढ़ निश्चय और तकनीकी कौशल के दम पर उन्होंने गूगल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी हासिल की है।

पिता करते थे मकैनिक का काम

इस शानदार सफलता को हासिल करने वाली कविता के पिता, गोमाराम कांकर, बालोतरा शहर के एक गैराज में मैकेनिक के रूप में काम करते हैं, जबकि उनकी मां एक हाउस वाइफ हैं। कविता के दो भाई भी हैं। बड़े भाई प्रेम कांकर ने आईआईटी खड़गपुर से अपनी पढ़ाई पूरी की है, जबकि छोटे भाई हरीश ने एनआईटी कालीकट से बीटेक किया है और अब एक निजी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं।

कविता के पिता ने दिन-रात मेहनत करके अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। कविता की मेहनत और उनके परिवार के समर्थन के कारण ही उन्हें गूगल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नौकरी का ऑफर मिला है। यह कहानी न केवल कविता के परिवार के लिए गर्व का कारण है, बल्कि यह अन्य युवाओं के लिए भी इंसपायरिंग है।

7-8 राउंड इंटरव्यू के बाद मिली नौकरी

कविता कांकर ने अपनी सफलता के बारे में बताते हुए कहा कि गूगल में उनका पहला इंटरव्यू जून महीने में हुआ था। इस प्रक्रिया में गूगल ने कुल 7-8 राउंड के इंटरव्यू लिए। अगस्त में अंतिम इंटरव्यू के बाद, चार दिन के भीतर उन्हें गूगल की ओर से ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त हुआ। अब कविता गूगल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर (SDE-II) के पद पर जॉइन कर रही हैं।

हालांकि, गूगल ने उनके पैकेज के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया है, लेकिन एक फ्रेशर के लिए गूगल में सैलरी की शुरुआत लाखों के पैकेज से होती है। कविता की इस सफलता से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बालोतरा क्षेत्र में गर्व की भावना है। यह उनके कठिन परिश्रम और लगन का प्रमाण है, और गूगल में उनकी नई भूमिका उनके पेशेवर करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।