मूंग की खरीद में देरी से नाराज किसानों ने किया प्रदर्शन, प्रशासन ने दी खरीद शुरू करने की मंजूरी
रायसिंहनगर में किसानों ने मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर प्रदर्शन किया, जब नई धान मंडी में खरीद नहीं शुरू हो पाई। किसानों ने एक घंटे तक मिनी सचिवालय के बाहर हंगामा किया और उनकी मूंग की खरीद के लिए प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की मांग की। बाद में प्रशासन की पहल पर मूंग की खरीद प्रक्रिया शुरू हुई।
रायसिंहनगर में मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर किसानों में असंतोष और आक्रोश का माहौल बन गया। समझौते के बावजूद जब नई धान मंडी में मूंग की खरीद नहीं हो सकी तो किसानों ने मिनी सचिवालय के बाहर करीब एक घंटे तक जोरदार प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि प्रशासन ने समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद का वादा किया था, लेकिन इस पर अमल नहीं हो पा रहा है।
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कैसे हुई प्रदर्शन की शुरुआत
प्रदर्शन की शुरुआत तब हुई जब किसान सुबह नई धान मंडी में मूंग लेकर पहुंचे, लेकिन क्रय-विक्रय सहकारी समिति के कर्मचारियों ने खरीद से मना कर दिया। इस पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने किसान सभा के जिलाध्यक्ष कालू थोरी के नेतृत्व में मूंग से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ मिनी सचिवालय का रुख किया। किसानों ने मांग की कि जब तक उनकी मूंग की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदा नहीं जाएगा, वे वापस नहीं लौटेंगे।
आंदोलन के बाद प्रशासन हरकत में आया
किसानों के इस आंदोलन को लेकर प्रशासन हरकत में आया। अधिकारियों ने तुरंत बैठक बुलाई और समाधान के प्रयास किए। रायसिंहनगर के एसडीएम सुभाषचंद्र चौधरी, जो अनूपगढ़ जिला मुख्यालय में थे, ने फोन पर निर्देश दिए और आश्वासन दिया कि मूंग की खरीद नई धान मंडी में ही एक शेड के नीचे की जाएगी।
एसडीएम की उपस्थिति में हुई बैठक
इससे पहले, खरीद प्रक्रिया को लेकर एक दिन पहले देर रात एसडीएम की उपस्थिति में मंडी समिति, सहकारी समिति, किसानों और मजदूरों के बीच बैठक हुई थी, जिसमें मजदूरी के मुद्दे पर सहमति बनी थी। लेकिन अगले दिन, सहकारी समिति द्वारा खरीद में देरी से किसानों में असंतोष पैदा हो गया।
प्रशासन के निर्देश पर आखिरकार नई धान मंडी में मूंग की खरीद शुरू हो सकी। जिला मुख्यालय से सहकारी विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पूरी खरीद प्रक्रिया को सुचारु रूप से सुनिश्चित किया।