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Rajasthan By-Election: तो क्या हार जाएगी बीजेपी ? सलूंबर सीट पर हुआ बड़ा धोखा, त्रिकोणीय मुकाबला बना सिरदर्द !

राजस्थान उपचुनावों में सलूंबर सीट पर बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती। दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता मीणा को मैदान में उतारा गया है, लेकिन उनके बेटे अविनाश मीणा का नामांकन खारिज होने के बाद अब त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। क्या बीजेपी सलूंबर सीट बचा पाएगी?

Rajasthan By-Election: तो क्या हार जाएगी बीजेपी ?  सलूंबर सीट पर हुआ बड़ा धोखा,  त्रिकोणीय मुकाबला बना सिरदर्द  !

राजस्थान में उपचुनाव की सरगर्मी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। 25 अक्टूबर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। वहीं, वोटिंग 13 अक्टूबर को है पर इसी बीच ऐसी खबर सामने आई है। जिसके बाद हर किसी के मन में एक ही सवाल है क्या सलूंबर सीट से बीजेपी हार जाएगा। बता दें, सलूंबर सीट मात्र ऐसी थी जहां बीजेपी से अमृतलाल मीणा विधायक थे लेकिन उनके निधन के बाद अब उपचुनाव हो रहे हैं। बीजेपी ने दिवंगत विधायक की पत्नी शांता देवी को मैदान में है लेकिन बात तब बिगड़ गई जब बीजेपी से अमृतलाल मीणा के बेटे अविनाश मीणा दाखिल किया। इस बात की जानकारी नामांकन पत्र खारिज होने पर पता चली। जिसके बाद से कयास लगाए जा हैं कि जब मां चुनावी मैदान में थी तो बेटे ने नामांकन दाखिल क्यों किया। 

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बीजेपी ने खेला साहनुभूति कार्ड

बता दें, बीजेपी के सामने इस उपचुनाव में प्रतिष्ठ बचाने की चुनौती है। अमृतलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई सीट पर कई नेता अपनी दावेदारी कर रहे थे हालांकि बीजेपी ने साहनुभूति कार्ड खेलते हुए शांता मीणा को मैदान में उतारा है। इससे इतर यहां पर मुकाबला केवल कांग्रेस-बीजेपी का नहीं बल्कि त्रिकोणीय है। यहां से राजकुमार रोत की पार्टी भारत आदिवासी ने जितेश कटारा तो कांग्रेस ने रेशमा मीणा को मैदान में उतारा है। वहीं, कई नेता निर्दलीय मैदान में हैं। ऐसे में इस सीट पर जीत किसी भी उम्मीदवार के लिए आसान बिल्कुल नहीं होने वाली। 

13 नवंबर को डाले जायेंगे वोट

बता दें, राजस्थान की सीतों पर होने वाले उपचुनावों में वोटिंग 13 नवबंर को की जाएगी। जबकि रिजल्ट 23 नवंबर हो आयेगा। इसी दिन झारखंड-महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे भी आएंगे। राजस्थान की बात करें तो सात में से पांच सीटें विधायक से सांसद बनने वाले नेताओं के कारण रिक्त हुई हैं। जबकि दो सीटें रामगढ़ और सलूंबर विधायक के निधन के कारण। जहां रामगढ़ से कांग्रेस विधायक जुबेर खान का निधन हो गया था, वहीं सलूंबर में बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा का। उपचुनाव में 7 में से सीटों पर कांग्रेस चार तो बीजेपी एक पर काबिज थी। ऐसे में इन सीटों पर जीतना दोनों के लिए इम्तिहान की घड़ी है।