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Ravindra Singh Bhati ने 80 बुजुर्गों को खुद के खर्चे पर भेजा हरिद्वार, फिर CM भजनलाल के विदेश दौरे पर क्या बोल गए?

Ravindra Singh Bhati: राजस्थान की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने मंगलवार सुबह शिव क्षेत्र के करीब 80 बुजुर्गों को हरिद्वार धार्मिक तीर्थ यात्रा के लिए रवाना किया। जिसको लेकर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये बुजुर्ग मेरे परिवार का हिस्सा हैं।

Ravindra Singh Bhati ने 80 बुजुर्गों को खुद के खर्चे पर भेजा हरिद्वार, फिर CM भजनलाल के विदेश दौरे पर क्या बोल गए?
Ravindra Singh Bhati

Ravindra Singh Bhati: राजस्थान के युवा नेता जनता के चहेते नेताओं में गिने जाते हैं, उनकी रैलियों में उमड़ती भीड़ देख दिग्गज नेता भी दंग रह जाते हैं। लेकिन राजस्थान की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी यूं ही नहीं अपने क्षेत्र में प्रिय हैं। मंगलवार को रविंद्र सिंह भाटी ने अपने क्षेत्र के बुजुर्गों को निजी खर्च पर तीर्थ यात्रा पर भेजा, जिसके लिए उनकी खूब तारीफ हो रही है।

80 बुजुर्गों को भेजा हरिद्वार धार्मिक तीर्थ यात्रा पर

राजस्थान की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने मंगलवार सुबह शिव क्षेत्र के करीब 80 बुजुर्गों को हरिद्वार धार्मिक तीर्थ यात्रा के लिए रवाना किया। जिसको लेकर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'ये बुजुर्ग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। इनके लिए मैं उनके बच्चों के ही समान हूं। इनके आशीर्वाद से ही मैं इस जगह पर हूं। अब ये मेरा धर्म है कि मैं इनके लिए कुछ करूं. मैं बस अपना धर्म निभा रहा हूं।'

आगे रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, 'इन लोगों ने मुझ पर भरोसा कर क्षेत्र के विकास के लिए मुझे चुना है। मैं इस क्षेत्र में विकास के लिए प्रयासरत हूं। सब मिलकर इस पर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही सामाजिक कर्तव्यों का भी निर्वहन कर रहे हैं। ये पायलट प्रोजेक्ट की तरह हमने पहली बार एक छोटी सी पहल की है। आगे भविष्य में और भी कई योजनाएं हैं, जिनका लाभ क्षेत्र के लोगों मिलेगा।'

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मुख्यमंत्री को लेकर कही बड़ी बात

अपनी बातचीत में रविंद्र सिंह भाटी ने सीएम भजनलाल शर्मा की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि  'प्रदेश सरकार विदेशी निवेश के लिए प्रयास कर रही है। सीएम खुद निवेशक को आमंत्रित करने के लिए विदेश दौरे पर हैं। आने वाले दिनों में जर्मनी से बड़ा निवेश होगा और वहां के एक्सपर्ट भारत आएंगे। ऐसे में स्थानीय युवाओं को जर्मन भाषा का ज्ञान होना जरूरी है, ताकि वे भी विदेशी निवेश का लाभ उठा सकें। उन्हें रोजगार मिल सके। इसलिए मेरे क्षेत्र के लोगों को जर्मन भाषा के ज्ञान लिए फ्री कोचिंग सहित कई कार्यक्रम चलाएं जाएंगे।'