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SMRITI MANDHANA’S BDAY: क्रिकेट की गोल्डन गर्ल स्मृति मंधाना

भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार स्मृति मंधाना आज 18 जुलाई को 28 साल की हो गईं। स्मृति मंधाना का क्रिकेट से परिचय छोटी उम्र में ही हो गया था।

SMRITI MANDHANA’S BDAY: क्रिकेट की गोल्डन गर्ल स्मृति मंधाना

क्रिकेट की दुनिया में जहां किंवदंतियां बनती हैं और रिकॉर्ड टूटते हैं, वहीं महिला क्रिकेट में स्मृति मंधाना एक जबरदस्त ताकत बनकर उभरी हैं। क्रिकेट के प्रति जुनून रखने वाली एक युवा लड़की से भारत के सबसे प्रसिद्ध एथलीटों में से एक बनने तक की उनकी यात्रा किसी प्रेरणा से कम नहीं है। आज हम बात करेंगे स्मृति के जीवन, करियर और उपलब्धियों के बारे में ।

28 साल की हुईं स्मृति

भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार स्मृति मंधाना आज 18 जुलाई को 28 साल की हो गईं। स्मृति मंधाना का क्रिकेट से परिचय छोटी उम्र में ही हो गया था। अपने क्रिकेटर पिता से प्रेरित होकर उन्होंने शुरू से ही असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

उनकी प्रारंभिक क्रिकेट शिक्षा महाराष्ट्र के सांगली में हुई, जहां उन्होंने स्थानीय प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारा। मंधाना की लगन और समर्पण से उन्होंने जल्द ही एक शानदार करियर की शुरुआत की ।

16 साल की उम्र में राष्ट्रीय टीम का बनीं हिस्सा

मंधाना की प्रतिभा ने शुरू से ही चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। उन्होंने 2013 में 16 साल की उम्र में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण किया, और महिला क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ियों में से एक बन गईं। उसके शानदार स्ट्रोक खेल और तेजी से स्कोर करने की क्षमता ने उन्हें संसेशन बना दिया। 

मंधाना का सबसे सफल प्रदर्शन 2017 आईसीसी महिला विश्व कप के दौरान आया । जहां उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ एक शानदार शतक बनाया । जिससे एक उभरते सितारे के रूप में उनकी प्रतिष्ठा और मजबूत हुई।

स्मृति ने हासिल कीं कई उपलब्धियां

अपने पूरे करियर में स्मृति मंधाना ने कई पुरस्कार हासिल किए हैं। 19 साल की उम्र में महिला विश्व कप खेल में अर्धशतक बनाने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बन गईं। दुनिया भर के घरेलू लीगों में उनके लगातार प्रदर्शन ने प्रशंसकों और साथी खिलाड़ियों से सम्मान और प्रशंसा अर्जित की है। मंधाना की प्रेशर में शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता और उनका नेतृत्व का गुण उन्हें और से अलग बनाता है ।

बाएं हाथ से शानदार बल्लेबाजी करने वाली स्मृति मंधाना अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी की तकनीक के लिए मशहूर हैं। उनकी शानदार बल्लेबाजी दुनियाभर के घातक गेंदबाजों पर प्रेशर बनाती है। 

मंधाना की पेस और स्पिन दोनों को खेलने की क्षमता एक व्यापक क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में उनके आकर्षण को बढ़ाती है। मैदान के बाहर उनके विनम्र स्वभाव और शांत व्यवहार ने उनके प्रशंसकों का दिल जीत लिया और उन्हें उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए एक वैश्विक रोल मॉडल के रूप में स्थापित किया।

11 साल का शानदार करियर

2013 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण करते हुए, स्मृति अपनी सहज बल्लेबाजी शैली और दबाव की स्थिति में प्रदर्शन करने की क्षमता के बदौलत तेजी से सक्सेस हासिल करने में सफल रहीं। स्मृति ने अपने 11 साल लंबे करियर में कई व्यक्तिगत और टीम पुरस्कार अर्जित किए हैं। स्टार बल्लेबाज ने सात टेस्ट, 85 एकदिवसीय और 136 टी20ई में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें कुल मिलाकर 7500 से अधिक रन बनाए हैं।

एक युवा क्रिकेट प्रेमी से वैश्विक क्रिकेट आइकन बनने तक स्मृति मंधाना की यात्रा उनकी प्रतिभा, समर्पण और दृढ़ता का प्रमाण है। चूंकि वह रिकॉर्डों को फिर से लिखना और क्रिकेटरों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करना जारी रखती है । महिला क्रिकेट की दुनिया में उनकी स्थिति काफी मजबूती से स्थापित है।