बहराइच में भेड़ियों के आंतक से निपटने के तमाम हो रहे उपाय, जानिए क्यों इतना खूंखार हुआ आदमखोर!
Bahraich news: आदमखोर भेड़िए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। इसके लिए चारों दिशा में ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं, ताकि भेड़ियों की लोकेशन पता किया जा सके। वहीं, दूसरी तरफ गांव के लोग झुंड में पहरा दे रहे हैं।
Bahraich news: उत्तर प्रदेश के बहराइच में इन दिनों खूंखाब भेड़ियों का आंतक छाया हुआ। जिससे आस-पास के 30 गांवों में लोग भेड़िए के आंतक में हैं। प्रशासन ड्रोन की मदद से भेड़िए पर नजर रखने की कोशिश में है, लेकिन अब तक ये भेड़िया 8 बच्चों और एक वृद्ध को अपना शिकार बना चुका है।
आंतक से बचाव के ये हुए उपाय
बीते एक महीने से के बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र अंतर्गत हरदी थाना क्षेत्र के कई गांवों में आदमखोर भेड़िए खुले घूम रहे हैं। वहां रहने वाले लोगों ने बताया कि अब तक ये भेड़िया कई बच्चों को उठाकर खा चुका है। इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग अब युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। बेलगाम आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की ओर से कई रणनीतियां बनाई गई हैं, जिस रणनीति में हाथी के गोबर और यूरिन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसको पानी में मिलाकर ग्रामीण इलाकों के बॉर्डर पर छिड़काव किया जाएगा। जिसकी दुर्गंध से छोटे जानवर गांव के करीब नहीं आएंगे, ऐसा माना जा रहा है।
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ड्रोन से नजर रखने की हो रही कोशिश
इस आदमखोर भेड़िए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। इसके लिए चारों दिशा में ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं, ताकि भेड़ियों की लोकेशन पता किया जा सके। वहीं, दूसरी तरफ गांव के लोग झुंड में पहरा दे रहे हैं।
क्यों आंतकी हुआ भेड़िया?
आम तौर पर शांत रहने वाला भेड़िया इतना आंतक क्यों मचा रहा है, इसपर वन्यजीव विशेषज्ञ मानते है कि किसी कारण से एक भेड़िया लंगड़ा हो गया और वह अपना नियमित शिकार नहीं कर पा रहा था इसलिए उसने आसान चारा के रूप में इंसानी बच्चों को चुना, क्योंकि इनके शिकार में उसको कम मेहनत करनी पड़ती है। मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक, किसी एक्शन की वजह से रिएक्शन होता है। अभी जो हमने पग चिन्ह इकट्ठे किए हैं उनमें एक भेड़िए के पैर में कोई नुक्स है जिसकी वजह से वह चल नहीं पा रहा है और शिकार भी नहीं कर पा रहा है। इसलिए वह आसान शिकार ढूंढ़ रहा है।