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Bharat Bandh 2024: 'भारी मिस्टेक हो गया, एकदम ब्लंडर हो गया सर' पुलिस ने SDM पर ली चला दी लाठी, Watch Video

Bharat Bandh on 21 August: वायरल वीडियो बिहार की राजधानी पटना के के डाक बंगला चौराहे का है। दरअसल, यहां स्थिती संभालने के लिए लोगों पर लाठीचार्ज हुआ, तो लोगों को भीड़ इधर-उधर भागने लगे। ऐसे में एक पुलिसकर्मी ने SDM को ही गलती से लाठी मार 

Bharat Bandh on 21 August: आज भारत बंद है, लेकिन सोशल मीडिया पर ताला लगाना मुश्किल है। भारत बंद की स्थिती को देखते हुए पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर है। पुलिस चौंकन्नी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। जोकि बिहार की राजधानी पटना का बताया है। इस वीडियो क्लिप में सुरक्षा बल और पुलिस भारत बंद का समर्थन करने सड़कों पर उतरे लोगों पर लाठीचार्ज करते नजर आ रही है। लेकिन लाठीचार्ज के दौरान लाठी एसडीएम को पड़ जाती है।

वायरल वीडियो पर यूजर्स ले रहे मजे

वायरल वीडियो बिहार की राजधानी पटना के के डाक बंगला चौराहे का है। दरअसल, यहां स्थिती संभालने के लिए लोगों पर लाठीचार्ज हुआ, तो लोगों को भीड़ इधर-उधर भागने लगे। ऐसे में एक पुलिसकर्मी ने SDM को ही गलती से लाठी मार दी। जब अन्य पुलिसकर्मियों ने यह देखा तो उन्होंने तुरंत उसे समझया कि उसने किसको लाठी मारी है। अब यह वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है। लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और मौज भरे कमेंट कर रहे हैं। कुछ यूजर्स ने लिखा कि गलती से भारी मिस्टेक हो गया..., तो वहीं एक ने मौज लेते हुए लिखा- मुस्कुराइए आप पटना में हैं। इसी तरह कुछ यूजर्स ने कमेंट किया - बड़े-बड़े शहरों में छोटी-छोटी गलतियां होती रहती हैं।

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गलती से लाठी मारते ही पुलिसकर्मी ने मांगी माफी

वायरल क्लिप में देखा जा सकता है कि फॉर्मल कपड़ों में SDM जनेटर वाले को रास्ते से हटा रहे हैं कि तभी एक पुलिसकर्मी फुर्ती से आता है और उन्हें लाठी जड़ देता है। ऐसे में एसडीएम साहब शॉक्ड रह जाते हैं और वह उसे हड़काते हैं। इतने में अन्य पुलिसकर्मी पहुंच जाते हैं और अपने साथी को समझाते हैं कि उसने कितनी बड़ी मिस्टेक कर दी। इस पर शख्स माफी मांगता नजर आता है और वीडियो यही खत्म हो जाता है। आपको बता दें, नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशंस नामक संगठन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताया है और केंद्र सरकार से इसे रद्द करने की मांग की है।