Indian Air Force: आर्मी की जवान संग घिनौनी हरकत, ओरल सेक्स के लिये किया गया मजबूर, लगे ऐसे आरोप, मचा बवाल !
Indian Air Force officer rape allegation: जम्मू-कश्मीर में एक महिला फ्लाइंग ऑफिसर ने अपने सीनियर अधिकारी पर रेप का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि दो साल से वह यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रही थी। जानिए पूरा मामला।
जम्मू-कश्मीर से हैरान कर देना वाला सामने आया है। जहां एक महिला फ्लाइंग ऑफिसर ने अपनी सीनियर अधिकारी रेप का आरोप लगाया है। पीड़िता ने पुलिस में दी शिकायत में कहा कि उसका दो साल से यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़िता का कहना है कि, 2023 की न्यू ईयर पार्टी के दौरान एक सीनियर ऑफिसर उसे जबरदस्ती अपने कमर ले गया और रेप की वारदात को अंजाम दिया है। ।उसने जब इसका विरोध किया तो उसे धमकी दी गई। डर के कारण वह चुप रही। मामले को संज्ञान लेते हुए वायुसेना ने मामले की जांच शुरू की थी हालांकि, पीड़िता का आरोप है कि जानबूझकर जांच को धीमा किया गया। उसने अधिकारी को बचाने का भी आरोप लगाया है।
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पुलिस का कर रहे पूरा सहयोग-वायु सेना
वहीं इस मामले मे वायुसेना का कहना है कि महिला फ्लाइंग ऑफिसर के साथ रेप की घटना की जानकारी मिली थी। जिसके बाद इस मामले में जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं। बाडगाम पुलिस ने जांच के लिए श्रीनगर में वायु सेना से संपर्क किया था। वहीं पीड़िता का कहना है,ये घटना उसे मानसिक स्वास्थ्य को खराब कररही है। उसके दिमाग में आत्महत्या के विचार आते हैं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, महिला फ्लाइंग ऑफिसर का आरोप है, 31 दिसबंर 2023 को न्यू पार्टी के दौरान एक सीनियर अधिकार उसकी पाएं और पूछने लगे कि तुम्हें क्या गिफ्ट मिल। जब महिला अधिकारी ने न में जबाव दिया तो विंग कमांडर ने उनके कमरे में गिफ्ट होने की बात कही और उसे साथ ले गए। कमरे में और कोई नहीं था,उसने जब अन्य लोगों के बारे में पूछा तो विंग कमांडर ने उन्हें दूसरे कमरे में होने का जवाब दिया।
'ओरल सेक्स के लिए किया मजबूर'
महिला अधिकारी का आरोप है,गिफ्ट के बहाने रूप में ले जाने के बाद वह जबरदस्ती करने लगे। वरिष्ठ अधिकारी ने उसे ओरल सेक्स के लिए मजबूर किया और उसका यौन शोषण किया। पीड़िता का कहना है, मैं किसी तरह उन्हें धक्का देकर बाहर निकल आईं लेकिन अधिकारी ने कहा कि वह फिर उससे मिलेंगे जब उनके घर में कोई भी नहीं होगा। पीड़िता ने बताया कि वह समझ नहीं पा रही थी कि उसके साथ हुआ क्या है, वह डर गई थी। पहले भी ऐसे कई मामले सामने आये हैं,जब मुझे शिकायत करने से रोका गया। इस घटना के बाद वह दोबार मेरे ऑफिस में आए और ऐसा व्यहवार कर रहे थे जैसे कुछ हुआ ही नहीं है।
'नहीं कराया गया मेडिकल 'परीक्षण'
महिला फ्लाइंग ऑफिसर ने बताया कि शिकायत दर्ज कराने के बाद एक कर्नल-रैंक के अधिकारी को मामले की जांच सौंपी गई थी लेकिन जांच के दौरान आरोपी विंग कमांडर को दो बार उनके सामने बैठाया गया,जिस पर पीड़िता ने आपत्ति जताई। इसके बाद, प्रशासन ने जांच रोक दी। वहीं, महिला अधिकारी ने आंतरिक समिति के समक्ष एक नई याचिका दायर की,आरोप लगाते हुए कहा कि स्टेशन के अधिकारी आरोपी का समर्थन कर रहे थे। कई बार अनुरोध करने के बावजूद, उसका मेडिकल परीक्षण नहीं किया गया।
'आत्महत्या के लिए किया जा रहा मजबूर'
महिला अधिकारी ने आगे कहा कि आंतरिक समिति ने गवाहों की कमी का हवाला देकर मई में जांच बंद कर दी। सवाल किया कि यौन उत्पीड़न की घटनाएं स्वाभाविक रूप से गवाहों के सामने नहीं होतीं, तो गवाहों की मांग कैसे उचित है। पीड़िता ने कहा कि इस घटना का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ा है। वह 24 घंटे डर में जीने को मजबूर है, इस उत्पीड़न ने उन्हें आत्महत्या की कगार पर ला खड़ा किया है,और वह खुद को असहाय महसूस कर रही हैं।