जल्द भारत छोड़ेंगी शेख हसीना? बांगलादेश ने रद्द किया पासपोर्ट, जल्द हो सकती है प्रत्यार्पण की मांग
बांग्लादेश ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है, जिससे उनके भारत में रहने की अवधि सीमित हो गई है। शेख हसीना पर देश लौटने का दबाव बढ़ रहा है, जहां उनके खिलाफ हत्या और मानवाधिकार हनन के कई मामले दर्ज हैं।
बांग्लादेश में हालत लगातार खराब होते जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पहले अमेरिका तो अब खुद बांगलादेश ने उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया है। यानी जिस पासपोर्ट के तहत शेख हसीना शरण लेकर भारत आईं थीं वह मान्य नहीं है। ऐसे में अब शेख हसीना पर बांगलादेश वापस लौटने का दबाव बनना तय है। बता दें, भारतीय नियमों के अनुसार बांगलादेश के ऑफिशियल और डिप्लोमेटिक पासपोर्ट धारी बिना वीजा के केवल 45 दिनों तक भारत में रह सकते हैं। वहीं इस वक्त शेख हसीना भारत में है हालांकि उन्हें अभी उन्हें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन वह बिना वीजा के किसी दूसरे देश नहीं जा पाएंगी।
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बांगलादेश वापस जाएंगी शेख हसीना?
वहीं पासपोर्ट रद्द होने के बाद शेख हसीना पर बांगलादेश वापस लौटने का प्रेशर होगा। जब उनके देश में पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। जो ज्यादातर हत्या के हैं। वहीं UN की एक टीम बांगलादेश पहुंचकर मानवाधिकार हनन मामलों की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में संयुक्त राष्ट्र की टीम ने शेख हसीना पर गंभीर आरोप लगाये हैं। ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग सामने रख सकती है।
चौतरफा घिरी शेख हसीना
बांगलादेश में शेख हसीना और उनके करीबियों के खिलाफ 9 से ज्यादा शिकायते दर्ज हैं। जिससे उनके खिलाफ मामलों की संख्या लगभग 30 से ज्यादा मामले हो गई है। पूर्व पीएम पर हत्या के 26 केस,अपराध-नरसंहार के चार और अपहरण का एक मामला दर्ज है। बरहाल शेख हसीना इस वक्त भारत में शरण लिये हुए हैं। उन्हे भारत का करीबी दोस्त माना जाता है। ऐसे में उनका पासपोर्ट रद्द होना भारत के लिए भी भारी मुसीबत लेकर आया है।