अजब Rajasthan में गजब कारनामा! मन्नत ऐसी कि नंगे पैर ही निकल पड़े पति-पत्नी... ट्रॉली बैग में बच्चा, पढ़े पूरी खबर
भीलवाड़ा जिले के बागोर कस्बे में रहने वाले एक दंपत्ति ने बागोर से 118 किलोमीटर दूर जोगणिया माता के दरबार में जाने का फैसला किया।
एक बच्चे के लिए इंसान क्या कुछ नहीं करता। हमने कई ऐसे माता-पिता की कहानियां सुनी हैं, जिन्होंने अपने बच्चे की खुशी के लिए सबकुछ किया। बच्चे की चाहत में लोग मंदिर, मस्जिद, पीर बाबा हर जगह जाते हैं और उनकी मुराद पूरी होने के बाद उन्हें दोबारा दर्शन के लिए जाना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के भीलवाड़ा से सामने आया। यहां एक दंपत्ति चिलचिलाती धूप में सड़कों पर नंगे पैर चलते नजर आए, लेकिन सबसे अजीब बात यह थी कि उनके पास एक ट्रॉली बैग था, जिसमें एक बच्चा था।
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जानकारी के मुताबिक, इस दंपत्ति को 12 साल बाद बच्चा मिला। बच्चे को ट्रॉली बैग में रखकर दोनों पति-पत्नी नंगे पैर 118 किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े। दंपत्ति ने बच्चे के जन्म पर आभार जताने के लिए भीलवाड़ा से जोगणिया माता मंदिर तक का सफर तय किया। वे जहां भी गए, लोग बैग में बच्चे को देखकर हैरान रह गए।
118 किलोमीटर का सफर
भीलवाड़ा जिले के बागोर कस्बे में रहने वाले एक दंपत्ति ने बागोर से 118 किलोमीटर दूर जोगणिया माता के दरबार में जाने का फैसला किया। इसके लिए वे अपने नवजात शिशु को ट्रॉली बैग में लेकर सड़क मार्ग से निकल पड़े। रास्ते में आयोजित भंडारों में जब लोगों ने इस दंपत्ति को देखा तो हैरान रह गए। दंपत्ति रविवार को भीलवाड़ा के सदर थाने के पास यात्री लंगर में खाना खाने के लिए रुके। इस दौरान कुछ देर आराम करने के बाद पति-पत्नी ने फिर से अपनी यात्रा शुरू की। दोनों ही पथरीले रास्ते पर नंगे पैर चल रहे थे।
ऐसी भक्ति और कहां मिलेगी?
जोगणिया माता के दर्शन के लिए निकले इस दंपत्ति ने बताया कि 12 साल बाद माता के आशीर्वाद से उनकी संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी हुई है। उन्होंने माता के दरबार में मन्नत मांगी थी कि अगर उनके घर में बच्चे की किलकारी गूंजेगी तो वे अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए बच्चे को लेकर नंगे पैर माता के दरबार में आएंगे। अब उसी इच्छा को पूरा करने के लिए दोनों पति-पत्नी बच्चे को ट्रॉली बैग में लेकर नंगे पैर जोगणिया माता के दर्शन के लिए निकल पड़े हैं। रास्ते में जिसने भी दंपत्ति की कहानी सुनी वह हैरान रह गया और माता के प्रति ऐसी सच्ची भक्ति देखकर सभी की आंखें नम हो गईं।