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Naresh Meena के थप्पड़ कांड से प्रदेश में बवाल, 40,000 कर्मचारियों की हड़ताल और तीन हाईवे जाम

नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने के बाद राजस्थान के करीब 40,000 आरएस अधिकारी और कर्मचारी पैन डाउन हड़ताल पर चले गए थे, जो अब वापस काम पर लौट आए हैं।

Naresh Meena के थप्पड़ कांड से प्रदेश में बवाल, 40,000 कर्मचारियों की हड़ताल और तीन हाईवे जाम

राजस्थान के देवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव में नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने से बवाल मच गया है। घटना के बाद पुलिस जब उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची, तो उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। इस मामले ने पूरे प्रदेश में उथल-पुथल मचा दी है।

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RAS अधिकारी और कर्मचारी की पैन डाउन हड़ताल

नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने के बाद राजस्थान के करीब 40,000 आरएस अधिकारी और कर्मचारी पैन डाउन हड़ताल पर चले गए थे, जो अब वापस काम पर लौट आए हैं। उन्होंने धरना खत्म कर दिया है, और अब कई आरएस अधिकारी सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात करने वाले हैं। आरएस एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी ने सरकार से "एंप्लॉय सिक्योरिटी एक्ट" की मांग की है, ताकि पुलिस और अन्य अधिकारियों की लापरवाही पर कार्रवाई की जा सके।

नरेश मीणा की हुई गिरफ्तारी

नरेश मीणा को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर आरएस अधिकारी, पटवारी, रेवेन्यू कर्मचारी और ग्राम सेवक संघ ने मिलकर कामकाज ठप कर दिया था। अब, पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया है, लेकिन उनके समर्थक लगातार विरोध कर रहे हैं। वे तीन प्रमुख हाईवे—अलीगढ़ नेशनल, सवाई माधवपुर टॉक और उनियारा हिंडोली हाईवे—जाम कर रहे हैं। पुलिस ने गैस के गोले छोड़कर एक हाईवे को खोलने में सफलता पाई है, लेकिन बाकी दो हाईवे अब भी बंद हैं।

नरेश मीणा की रिहाई की मांग

नरेश मीणा के समर्थक इन रास्तों को कटीली झाड़ियों से बंद कर विरोध जारी रखे हुए हैं, और उनका प्रमुख उद्देश्य नरेश मीणा की जल्द रिहाई है। पूरे प्रदेश में राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव बढ़ता जा रहा है।