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भारी बारिश के बाद पार्वती बांध में बढ़ी पानी की मात्रा, 10 गेट खोलकर रिलीज किया गया पानी

करौली के डांग क्षेत्र में हाल ही में हुई मूसलधार बारिश के कारण पार्वती बांध में पानी की मात्रा तेजी से बढ़ गई है। इस स्थिति को संभालने के लिए, सिंचाई विभाग ने 25 अगस्त को पार्वती बांध के 10 गेट खोल दिए हैं, जिससे 17,060 क्यूसेक पानी पार्वती नदी में रिलीज किया गया है।

भारी बारिश के बाद पार्वती बांध में बढ़ी पानी की मात्रा, 10 गेट खोलकर रिलीज किया गया पानी

करौली के डांग क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण पार्वती बांध में पानी की मात्रा तेजी से बढ़ गई है। इस स्थिति के कारण, सिंचाई विभाग ने रविवार, 25 अगस्त को पार्वती बांध के 10 गेट खोल दिए हैं। इस कदम से 17,060 क्यूसेक पानी पार्वती नदी में रिलीज किया गया है, जिससे नदी के जलस्तर को नियंत्रित किया जा सके।

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जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता (एईएन) दिनेश परमार ने बताया कि करौली के डांग क्षेत्र में हुई मूसलधार बारिश के चलते इस क्षेत्र से बहकर आया पानी पार्वती डैम में पहुंच रहा है। यह बांध अपनी अधिकतम भराव क्षमता 223.41 मीटर तक पहुंच चुका है, और वर्तमान में जल स्तर 223.40 मीटर तक पहुँच चुका है।

बांध के 10 गेट खोले गए

25 अगस्त को, बांध के 10 गेट को 3 फीट तक खोला गया है ताकि अतिरिक्त पानी को डिस्चार्ज किया जा सके। यह निर्णय बाढ़ नियंत्रण और जल स्तर को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लिया गया है। पार्वती बांध की मौजूदा स्थिति की निगरानी लगातार की जा रही है और इसके कैचमेंट एरिया में पानी की जोरदार आवक को देखते हुए, विभाग सतर्क है।

गेज को मेटेंन करने के लिए रिलीज किया पानी

जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता एईएन दिनेश परमार ने इस बारे में कहा कि इस पार्वती बांध की भराव क्षमता 223.41 मीटर से महज 01 सेंटीमीटर खाली है। इस गेज को मेंटेन करने के लिए पानी रिलीज किया जा रहा है।  

परमार ने कहा कि वर्तमान जल स्तर को बनाए रखने के लिए, लगभग 10 सेंटीमीटर पानी को बांध से बाहर निकाला जाएगा। इससे जलस्तर को नियंत्रित किया जाएगा और बांध की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

अलर्ट मोड पर सिंचाई विभाग

सिंचाई विभाग की टीम इस स्थिति को लेकर पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और जलस्तर पर पैनी नजर बनाए हुए है। विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं कि जल स्तर नियंत्रण में रहे और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचा जा सके।