Rajasthan News: उपचुनावों से पहले भजनलाल सरकार का खेल ! गायों को 'अवारा' कहने पर लगाई रोक
राजस्थान में, भजनलाल सरकार ने गायों के लिए "अवारा" शब्द के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। अब से, बेसहारा और असहाय शब्दों का प्रयोग किया जाएगा। कार्यकर्ताओं की मांग पर यह फैसला लिया गया है।
राजस्थान में उपचुनावों की सरगर्मी के बीच भजनलाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब लोग गाय के लिए अवारा-बेसहारा जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर पायेंगे। जबकि गायो के लिए अब निराश्रित शब्द का प्रयोग किया है। बता दें, लंबे वक्त से राजस्थान में बीजेपी कार्यकर्ता गायों को राज्यमाता का दर्जा देने की मांग कर थे। इतना ही नहीं, सरकार ने बाकायदा इसके लिए सरकारी विभागों में आदेश जारी किया है।
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गाय को नहीं कह सकेंगे अवारा
बता दें, चुनाव से पहले भजनलाल सरकार सरकार के फैसला काफी अहम है। आदेश में गायों को अवारा कहना अनुचित बताया गया है। गोपालन विभाग ने कहा कि खुले में घूम रहे जानवरों को अब से अवारा की बेसहारा और असहाय शब्दों का प्रयोग किया जाएगा। गोपाल विभाग के शासन सचिव डा. समित शर्मा ने कहा कि गाय हमारी संस्कृति का हिस्सा है। कई कारणों से गोवंश बेसहारा हो जाती है। ऐसे में उनके लिए अवारा शब्द का इस्तेमार अपमानजनक है।
देशभर में हो रही ये मांग
बता दें, महाराष्ट्र से लेकर राजस्थान तक समय-समय पर बीजेपी कार्यकर्ता गाय तो राज्य माता का दर्ज देने की मांग कर चुके हैं। वहीं, अब ये मांगे दूसरे प्रदेशों से भी सामने आ रही हैं। बीते दिनों राजस्थान में बीजेपी से सीकर विधायक गोवर्धन वर्मा ने गाय को राज्य माता का दर्जा देने की मांग प्रदेश सरकार से रखी थी।