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हनुमानगढ़ की राधिका बंसल ने पहले प्रयास में आरजेएस परीक्षा में किया टॉप, परिवार में बनी पहली जज

राजस्थान हाईकोर्ट ने रविवार को आरजेएस परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित किए, जिसमें हनुमानगढ़ की राधिका बंसल ने टॉप किया। इस परीक्षा में बेटियों का दबदबा देखने को मिला, क्योंकि टॉप 10 में 9 बेटियों ने स्थान पाया। राधिका ने अपने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल की और वह अपने परिवार की पहली जज बनने जा रही हैं। 

हनुमानगढ़ की राधिका बंसल ने पहले प्रयास में आरजेएस परीक्षा में किया टॉप, परिवार में बनी पहली जज

राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा रविवार को घोषित किए गए राजस्थान ज्यूडिशल सर्विस (आरजेएस) परीक्षा 2024 के परिणाम में हनुमानगढ़ की बेटी राधिका बंसल ने टॉप किया है। इस परीक्षा में बेटियों ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत साबित करते हुए शानदार प्रदर्शन किया। टॉप 10 रैंक में 9 बेटियों ने जगह बनाई, जिससे यह परीक्षा बेटियों के लिए एक ऐतिहासिक बन गई। ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर) कैटेगरी के तनुराज सिंह चौहान ने 187.5 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है।

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राधिका बंसल ने कड़ी मेहनत से हासिल की सफलता

राधिका बंसल ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से पहले ही प्रयास में इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास किया। खास बात यह है कि राधिका के परिवार में कोई वकील नहीं है, और वह अपने परिवार की पहली जज बनने जा रही हैं। राधिका के पिता पुरुषोत्तमदास बंसल ईंट भट्टा संचालित करते हैं और माता सरोज देवी गृहिणी हैं। उनके तीन भाई हैं, जिनमें से मुकेश बंसल पिता के साथ व्यापार संभालते हैं, गौरव बंसल सीए हैं और सबसे छोटा भाई गोपाल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।

दीवाली से पहले छाया खुशियों का माहौल

आरजेएस परीक्षा के इस परिणाम ने कई घरों में दीवाली से पहले ही खुशियों का माहौल बना दिया है। सफल उम्मीदवारों के घरों में परिवारजनों ने आतिशबाजियां की और मिठाइयां बांटी। इस बार आरजेएस परीक्षा में कुल 222 उम्मीदवार सफल हुए हैं, जिसमें जनरल कैटेगरी से 92, एससी से 35, एसटी से 24, ईडब्ल्यूएस से 21, और ओबीसी-एमबीसी (नॉन क्रीमी लेयर) से 45 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की। इसके अलावा, एमबीसी (नॉन क्रीमी लेयर) कैटेगरी से 5 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है।

राधिका की सफलता सिर्फ उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे हनुमानगढ़ और राजस्थान के लिए गर्व की बात है। यह साबित करता है कि अगर मेहनत और लगन हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।