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UP News: कौन था 11 साल पहले हुई DSP की मौत का जिम्मेदार? राजा भैया का इस्तीफा जिससे हिल गई थी अखिलेश सरकार !

11 साल बाद कुंडा के सीओ जिया उल हक की हत्या मामले में फैसला आ गया है। कोर्ट ने 10 आरोपियों को दोषी पाया है। राजा भैया को CBI जांच में क्लीन चिट मिली थी। जानिए इस मामले की पूरी कहानी।

UP News: कौन था 11 साल पहले हुई DSP की मौत का जिम्मेदार? राजा भैया का इस्तीफा जिससे हिल गई थी अखिलेश सरकार !

आज उस हत्याकांड पर चर्चा करेंगे जिस कारण कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को इस्तीफा देना पड़ा था, वो कांड जिसने अखिलेश सरकार की नीदें उड़ा दीं। आज इस हत्याकांड पर अदालत का फैसला आया है। जिसने फिर से पुरानी यादों को ताजा कर दिया। ये मामला जुड़ा हुआ है कुंडा के DSP रहे जिया उल हक से। जिनकी गांववालों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी,11 साल बाद आये कोर्ट के फैसले ने जियाउल हक को परिवारवालों को न्याय दिलाया है। बता दें, कोर्ट ने मामले से जुड़े सभी 10 आरोपियों को दोषी ठहराया है। इस मामले में राजा भैया का नाम भी सामने आया था, हालांकि सीबीआई जांच में उन्हें क्लीन मिल गई थी। 

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2013 की दो मार्च उस रात क्या हुआ था?

सीओ जिया उलहक की पोस्टिंग 2012 में कुंडा सर्किल में हुई थी। जहां बलीपुर गांव में दो 2 मार्च को मौजूदा प्रधान नन्हें सिंह  यादव के मर्डर के बाद उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जैसे ही ये सूचना ग्रामीणों को मिली माहौल गरमा गया, घटना भी तब हुई जब वह चाय की दुकान पर बैठा था। परिवारवाले शव लेकर घर चले गए लेकिन गांव में आक्रोश आग की तरह फैल गया। तनाव का अंदाजा इस कदर लगाया जा सकता है कि पुलिस की कई टीमें प्रधान के घर जानें का साहस न कर पा रही थीं। ग्रामीण आरोपियों का घर तोड़ने पर अमादा थे। इसी बीच सीओ जिया उल हुक कई पुलिसकर्मियों के साथ आरोपियों के घर पीछे के रास्ते से पहुंचे। इसी दौरान किसी ने गोली चला दी और गोली सुरेश यादव नामक शख्स को लग गई। 

जब मुश्किल में फंसे सीओ जिया उलहक

फायरिंग के बाद तनाव चरम पर पहुंच गया और ग्रामीणों ने पुलिकर्मियों को घेर लिया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भागने में सफल रहे लेकिन जिया उलहक भीड़ के बीच फंस गए। गुस्साई भीड़ ने उनपर लाठी-डंडों से हमला कर दिया और उनकी मौत हो गई। मामले की जानकारी जैसी अखिलेश सरकार को मिली,तुरंत एक्शन लेते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एसओ समेत कई अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। मामले में जिया उलहक की पत्नी परवीन ने पुलिस में कुंडा विधायक राजा भैया भैय्या, संजय सिंह, हरिओम श्रावस्तव,रोहित सिंह और गुलशन यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। हालांकि जांच में राजा भैया की संलिप्तता न मिलने पर उन्हें क्लीन चिट मिल गई। 

राजा भैया को क्यों देना पड़ा इस्तीफा

कुंडा में हुए बवाल की गूंज दिल्ली तक सुनाई दी थी। विपक्षी दल अखिलेश सरकार पर सवाल खड़े कर रहे थे। ऐसे में राज भैया को अपना इस्तीफा सौंपना पड़ा। सीबीआई ने 2013 में दाखिल की क्लोजर रिपोर्ट में राजा भैया को क्लीन चिट थी,जिसके बाद जिया उलहक की पत्नी परवीन ने कोर्ट का रूख किया ,अदालत ने क्लोजर रिपोर्ट खारिज कर दी । सीबीआई ने हाईकोर्ट में अपील की और कोर्ट ने निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी। इसके बाद परवीन सुप्रीम कोर्ट गईं और उन्होंने फिर से जांच करने का अनुरोध किया। आदेश पर सीबीआई ने 2023  में अपनी क्लोजर रिपोर्ट फिर से जारी की और राज भैया को क्लीन चिट दी। हालांकि अब मामले में फूलचंद्र यादव, मंजीत यादव, राम लखन गौतम, राम आसरे, मुन्ना पटेल, शिवराम पासी समेत 10 लोगों को दोषी करार दिया। 10 आरोपियों को सजा 9 अक्टूबर को सुनाई जाएगी।