Prayagraj Kumbh Mela 2025: 6382 करोड़ का बजट, 45 करोड़ श्रद्धालुओं का होगा स्वागत ! कुछ ऐसा होगा महाकुंभ पढ़ें पूरी खबर
प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। योगी सरकार ने इस बार 2012 के कुंभ से तीन गुना बड़ा कुंभ आयोजित करने का लक्ष्य रखा है। जानिए महाकुंभ में क्या-क्या होगा खास।
उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में महाकुंभ भले 14 जनवरी से शुरू होना हो लेकिन श्रद्धालुओं के बीच जश्न अभी से शुरू हो गया है। महाकुंभ को ऐतिहासिक और खास बनाने के लिए योगी सरकार कोई भी कमी नहीं रख रही है। 2025 के पहले महीने में होने वाले महाकुंभ के लिए शाही तैयारी की जा रही हैं। ये मेला 45 दिनों तक चलेगा। बताया जा रहा है 14 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाला महाकुंभ 2012 में आयोजित किए गए कुंभ से लगभग तीन गुना ज्यादा बड़ा होगा। इसके अलावा 15 से ज्यादा विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंप गई है।
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महाकुंभ को खास बनाने के लिए 45 करोड़ खर्च
यूपी पर्यटन विभाग के अनुसार गंगा नदी के किनारे महाकुंभ का आयोजन 4000 हेक्टेयर जमीन में होगा। जहां लगभग 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। वहीं, आयोजन का अनुमानित बजट लगभग 6382 करोड़ है। इससे इतर 2012 में अखिलेश सरकार के कार्यकाल के दौरान आयोजित किए गए महाकुंभ की बात करें तो इसका बजट टोटल 11152 करोड़ था और उसे वक्त महाकुंभ में लगभग 12 करोड़ लोग शामिल हुए थे।
काम के लिए एजेंसियां हायर
महाकुंभ को ऐतिहासिक बनाने में कोई कमी नहीं रखी जाएगी महाकुंभ में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को पीने योग्य पानी मिले इसके लिए 1249 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी इसके अलावा 200 वाटर एटीएम और 85 वाटर पंप भी लगाए जाएंगे जबकि प्रयागराज से विभिन्न शहरों तक जाने वाली रोडो पर 7000 से ज्यादा बस्सी चलाई जाएंगी जबकि शहर से मिली वाली जगह तक 600 से ज्यादा बसें चलेंगी। दूसरी ओर प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने 15000 वर्ग फीट में पहली दीवारों को जागने पुटने के लिए आठ अलग-अलग तरह की एजेंसियों को हायर किया है।
महाकुंभ देगा लोगों को रोजगार
कहा जा रहा है 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ लोग आ सकते हैं। ऐसे में इस मेले से लगभग 45000 परिवारों को रोजगार मिलेगा। यह रोजगार न केवल प्रयागराज का होगा बल्कि इसका फायदा बनारस अयोध्या मथुरा और विंध्यवासिनी धाम को भी होगा। वहीं, महाकुंभ से प्रदेश के टूरिज्म सेक्टर में वृद्धि की उम्मीद है।