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बीजेपी के लिए पहले दौर की अग्निपरीक्षा, 47 सीटों का अग्निपथ, जीत की पूरी होगी शपथ?

आज जिन 102 सीटों पर वोटिंग हुई है, उनमें बीजेपी के लिए 47 के चैलेंज से पार पाना आसान नहीं। 47 वो सीटें जहां बीजेपी को कभी जीत मिली ही नहीं मिली। आज की वोटिंग में इन सभी सीटों पर भी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।

बीजेपी के लिए पहले दौर की अग्निपरीक्षा, 47 सीटों का अग्निपथ, जीत की पूरी होगी शपथ?

आज जिन 102 सीटों पर वोटिंग हुई है, उनमें बीजेपी के लिए 47 के चैलेंज से पार पाना आसान नहीं। 47 वो सीटें जहां बीजेपी को कभी जीत मिली ही नहीं मिली। आज की वोटिंग में इन सभी सीटों पर भी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।

अबकी बार चार सौ पार का नारा बुलंद कर रही बीजेपी के लिए पहला पड़ाव, यानी आज जिन क्षेत्रों में वोटिंग हुई है, वो किसी अग्निपथ से कम नहीं है। 400 का टारगेट कितना सेट है, पहला चरण इसकी अग्निपरीक्षा है। आज जिन 102 सीटों के लिए वोटिंग हुई है, उनमें 47 ऐसी सीटें हैं, जहां बीजेपी ने आज तक कभी चुनाव नहीं जीता है।

जहां कभी नहीं खिला कमल

पहले चरण में तमिलनाडु की चुनौती। तमिलनाडु राज्य की 35 ऐसी सीटे हैं, जहां बीजेपी कभी नहीं जीती है। 9 ऐसे राज्य जहां की एक सीट हमेशा बीजेपी की पहुंच से दूर रही है। लक्षद्वीप और पुडुचेरी की एक-एक सीट भी हमेशा से चैलेंजिंग रही है। तमिलनाडु की कई लोकसभा सीटें है, जो बीजेपी के लिए पहेली बनी हुई हैं।

संसदीय सीट की पहेली 

तिरुवल्लूर, चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई मध्य, श्रीपेरंबदूर, कांचीपुरम, अरक्कोणम, वेल्लूर, कृष्णगिरी, धरमापुरी, तिरुवन्नामलाई, अरणी, विलुपुरम, कालकुरुची, सालेम, नमक्कल, इरोड, तिरुपुर, नीलगिरी, और कोयंबटूर शामिल हैं।

पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय की दो सीटों पर भी कभी कमल नहीं खिला है। यही वजह है कि बीजेपी ने इस बार इन सीटों को जीतने के लिए काफी मेहनत की है। बीजेपी को उम्मीद है कि शायद इन सीटों पर इस बार के लोकसभा चुनाव में खाता खुल जाए। हालांकि, 4 जून को नतीजों के ऐलान के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी कि यहां बीजेपी को जीत मिलती है या किसी और दल का परचम लहराता है। लोकसभा की 543 सीटों के नतीजे जून में ही आने वाले हैं।