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40 साल बाद ढह सकता हैं ओवैसी का किला, बीजेपी की माधवी लता मार सकती हैं बाजी

Lok Sabha Election 2024: हैदराबाद की लोकसभा सीट से पिछले 4 दशक से लगातार ओवैसी का परिवार जीतता चला आ रहा है. 1984 का वो दौर जिसमें पूरे भारत में सिर्फ इंदिरा गांधी के नाम की सुनामी थी. उस समय में भी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा था.

40 साल बाद ढह सकता हैं ओवैसी का किला, बीजेपी की माधवी लता मार सकती हैं बाजी

हैदराबाद की लोकसभा सीट से पिछले 4 दशक से लगातार ओवैसी का परिवार जीतता चला आ रहा है. 1984 का वो दौर जिसमें पूरे भारत में सिर्फ इंदिरा गांधी के नाम की सुनामी थी. उस समय में भी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन  ने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा था. पिछले 40 सालों से कोई भी पार्टी ओवैसी के इस किले को ढह नहीं पाया है.

1984 के चुनाव में ओवैसी के दिवगंत पिता सलाहुद्दीन ओवैसी पहली बार इस सीट से जीत कर संसद पहुंचे. इसके बाद 1984 से 1999 तक लगातार 6 बार इस सीट से जीत हासिल की. 2004 से 2019 लोकसभा चुनाव तक, 4 बार असदुद्दीन ओवैसी यहां से सासंद चुने गए. कुल मिलाकर 10 बार से लगातार इस सीट पर ओवैसी परिवार का कब्जा है. 

ओवैसी परिवार के यहां से लगातार जितने की वजह आपको यहां के आंकड़े देखने से समझ आ जाएगी. इस सीट में 60 फीसदी वोटर मुस्लिम है और 40 फीसदी वोटर हिंदू. ओवैसी का परिवार लगातार मुस्लिम के नाम पर ही राजनीति करता आया है. इसलिए इस सीट से उनको हराना बहुत ही मुश्किल काम है. ओवैसी परिवार के सामने यहां किसी पार्टी का कोई भी उम्मदीवार टिक ही नहीं पाता है. फिर चाहे वो इंदिरा गांधी की लहर हो या नरेंद्र मोदी की. 

लोकसभा 2024 में बीजेपी ने ओवैसी के खिलाफ माधवी लता को चुनाव मैदान में उतारा हैं. बीजेपी प्रत्याशी ये दावा कर रही है कि वो ओवैसी को 1 से 1.5 लाख वोटों से हराकर उनके इस  किले को ढहा देंगी. इसकी सबसे बड़ी वजह मतदाता सूची से हटाए जा रहे मतदाता भी बताए जा रहे है. चुनाव आयोग ने 5.41 लाख से ज्यादा मतदाताओं का नाम हैदराबाद की मतदाता सूची कटा है. 

5 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटाए गए

चुनाव आयोग ने हैदराबाद की मतदाता सूची से 5.41 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए हैं. जिले में 15 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. सूची से मतदाताओं के नाम हटाने का कारण उनकी मौत होना, निवास बदलना और दो बार नाम दर्ज होना बताई जा रही है. 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रेस नोट जारी करके बताया कि जनवरी 2023 से हैदराबाद के 15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 47,141 मृत मतदाता, 4,39,801 "स्थानांतरित मतदाता" और 54,259 नामों के दोहराव वाले मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं.

प्रेस नोट में कहा गया है, '' भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए कुल 5,41,201 मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं.'' हैदराबाद जिले के 15 विधानसभा क्षेत्र हैदराबाद और सिकंदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का हिस्सा हैं.  

बीजेपी प्रत्याशी का दावा छह लाख से अधिक फर्जी वोटर हैदराबाद जिले के 15 विधानसभा क्षेत्र हैदराबाद और सिकंदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का हिस्सा हैं. हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी कैंडिडेट माधवी लता ने पहले भी दावा किया था कि निर्वाचन क्षेत्र में छह लाख से अधिक फर्जी मतदाता हैं. माधवी ने आरोप लगाया था कि ओवैसी फर्जी वोट से चुनाव जीतते हैं.