Karnataka: सूरत के बाद कर्नाटक में बवाल, गणेश विसर्जन पर दुकानों में लगाई आग, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, पढें पूरी खबर
Surat: कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें, पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं हुईं। दुकानों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया और पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
गुजरात के सूरत में गणेश विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि कर्नाटक से ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां विसर्जन के दौरान दो समुदाय आमने-सामने आ गए और माहौल तनावपूर्ण हो गया। पत्थरबाजी के साथ तोड़फोड़ और आगजनी की गई। ऐसा सेम पैर्टन सूरत में भी देखने को मिला था।
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दुकानों-गाड़ियों में लगाई आग
दरअसल, घटना कर्नाटक के मांड्या स्थित मैसूरु रोड के पास स्थित दरगाह की है। जहां दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। गुस्साई भीड़ ने दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया। वहीं पत्थरबाजी की घटना के बाद गणेश विजर्सन करने वाले समुदाय ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
विसर्जन जुलूस निकालने पर हुई थी बहस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इलाके में तनाव उस दौरान फैल गया जब बद्रीकोप्पलू गांव के कुछ युवक गणेश विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे। जैसे ही यात्रा मैूरु रोड पर दारगाह के पास पहुंची। अन्य समुदाय के लोगों से कहासुनी होने लगी। बात इतनी बिगड़ गई की बहस ने हिंसक झड़प का रूप ले लिया। वहीं, गणेश विसर्जन करने जा रहे समुदाय का आरोप है कि जैसे ही दारगाह के पास यात्रा पहुंची उनपर पथवार किया गया। भीड़ को इधर-उधर करने के लिए पुलिस को हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
हिंसा में घायल हुए लोग
हिंसा के बाद अलग-अलग समुदाय के लोग पुलिस के सामने धार्मिक नारे लगाते नजर आए। सूत्रों के अनुसार हिंसा में कुछ लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, आरोप है कि कुछ लोग तलवार जैसे हथियारों के साथ आये थे। घटना बाद बंद्रीकोप्पलू के रहने वाले युवकों ने जुलूस रोक दिया और पुलिस से हिंसा करने वाले उपद्रवियों की गिरफ्तारी की मांग की।
सूरत में भी गणेश विसजर्न के दौरान पत्थरबाजी
बता दें, कर्नाटक से पहले गुजरात स्थित सूरत से भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां गणेश विसर्जन के दौरान उपद्रवयों ने पंडाल पर कथिततौर से पत्थरबाजी की थी। इससे गणेश जी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसी वजह से क्षेत्र में हिसां भड़क गई और पुलिसकर्मी समेत 6 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने इस घटना में अभी तक 28 लोगों को गिरफ्तार किया है।