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Kanpur-Ajmer में ट्रेन डिरेल का ISI-ISIS कनेक्शन, जांच एजेंसियों ने क्यों जताया खुरासान मॉड्यूल पर शक? जानें

Azmer-Kanpur Train News:  राजस्थान के अजमेर और यूपी के कानपुर में ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश में पाकिस्तानी आतंकी संगठन ISIS का हाथ हो सकता है। NIA, UP ATS समेत कई एजेंसियां जांच कर रही हैं। जानिए कैसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का नाम केस में सामने आ रहा है। 

Kanpur-Ajmer में ट्रेन डिरेल  का ISI-ISIS कनेक्शन, जांच एजेंसियों ने क्यों जताया खुरासान मॉड्यूल पर शक? जानें

कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस तो राजस्थन में ट्रेन पटरी से उतारने का मामला सामने आया है। जिसकी जांच तमाम जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं। वहीं,लगातार शक की सुई पाकिस्तान पर है। जहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर आतंकी संगठन ISIS की साजिश के हर पहलू पर तफ्तीश की जा रही है। बता दें, खुफिया एजेंसी एनआईए के साथ यूपी एटीएस समेत कई सुरक्षा एजेंसियां एक्टिव है। वहीं जांच एजेंसियों को शक है कि खुरासान मॉड्यूल के तहत ट्रेन पर वुल्फ अटैक की प्लानिंग बनाई गई थी। 

आतंकी संगठन ISIS का खुरासान माड्यूल

बता दें, ISIS के खुरासान माड्यूल तहत युवक खुद  को कट्टरपंथी बनाकर वुल्फ अटैक करते हैं। 2017 में मध्य प्रदेश में ट्रेनों पर ऐसे ही हमले किये गए थे। जिसके बाद तेलंगानी एटीएस की सूचना तंत्र के आधार यूपी एटीएस ने सैफुल्लाह नाम के शख्स को मार गिराया था। जिसका सीधा संबंध मॉड्यूल से था। सैफुल्लाह के पास सिलेंडर बम और विस्फोटक सामान बरामद हुआ था। ऐसे में एक बार फिर जांच एजेंसियों को शक है कि ISI और ISIS के इशारों पर ट्रेनों पर वुल्फ अटैक करने की साजिश रची जा सकती है। वहीं ये हमला करने वाले केवल कट्टरपंथी नहीं बल्की पैसे के लिए हमला करने वाले भी हो सकते हैं। 

आतंकी फरतुल्लाह गोरी ने रची साजिश ! 

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में मौजूद आतंकी फरतुल्लाह गोरी ने हाल ही में एक ऑडियो जारी कर देश में सक्रिय स्लीपर सेल को ट्रेन हादसों को अंजाम देने का निर्देश दिया था। वहीं, दिल्ली पुलिस ने बीते दिन ISIS से जुड़े 14 संदिग्ध लोगों को उत्तर प्रदेश-राजस्थान,मध्य प्रदेश और दिल्ली से गिरफ्तार किया था। जहां बीते 9 अगस्त को दिल्ली से आतंकी रिजवान अली की गिरफ्तारी भी हुई थी, जो राजधानी दिल्ली में बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में था। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने जामिया और ओखला के इलाकों में कंट्रोल ब्लास्ट की योजना बनाई थी हालांकि सुरक्षा ऐंजिसियों ने उसके प्लान पर पानी फेर दिया। 

कानपुर में टला बड़ा हादसा 

गौरतलब है, बीते दिन कानपुर में एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जब कालिंदी एक्सप्रेस के सामने रेल पटरी पर एलपीजी सिलेंडर रखा गया। सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन के चालक ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए, जिससे सिलिंडर ट्रेन से टकराकर दूर जा गिरा। रेलवे ने इस घटना को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आतंकवाद की आशंका को देखते हुए एटीएस के साथ NIA ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त सिलिंडर के साथ-साथ पेट्रोल भरी बोतलें, माचिस, और अन्य संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गई हैं। जहां डिब्बे में पेट्रोल और बारूद का सीधा कनेक्शन कन्नौज के छिबरामऊ की दुकान से है।वहीं, अब उन लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने सिलिंडर और अन्य आपत्तिजनक सामग्री पटरी पर रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की थी।

5 टीमें मामले की जांच में जुटी 

रेलवे ने कानपुर के शिवराजपुर में हुए इस घटना को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC), विस्फोटक अधिनियम और रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। आरोप है कि पटरी पर एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोल से भरी बोतल रखकर विस्फोट की कोशिश की गई। मामले की गहन जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पांच टीमें गठित की गई हैं।

राजस्थान में एक महीने के अंदर तीसरी साजिश 

 राजस्थान के अजमेर में स्थित रेलवे ट्रैक पर भारी भरकम सीमेंट का ब्लॉक रख ट्रेन बेपटरी की साजिश रची गई थी। 1 किलोमीटर के अंदर RPF को दो बड़े-बड़े सीमेंट ब्लॉक मिले हैं। गनीमत रही कि ट्रेन का इंजन सीमेंट को ब्लॉक को तोड़ते हुए आगे बढ़ गया है। वहीं, मांगलियावास थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई है। बता दे, एक महीने के अंदर राजस्थान में ये तीसरी बड़ी घटना है। इससे पहले, 28 अगस्त को बारां के छाबड़ा में पटरी पर बाइक का स्क्रैप मिला था तो वहीं 23 तारीख को अहमदाबाद-जोधपुर रेलवे लाइन पर  वंदे भारत ट्रैक पर रखे सीमेंट ब्लॉक से टकरा गई थी।