Dungarpur news: बदहाली के आंसू रोता पातेला पार्क, कब से कर रहा अपने दिन बहुरने का इंतजार
पार्षद ने कहा कि वह जल्द ही सांसद राजकुमार रोत से मिलकर इस पार्क को जनता को समर्पित करने की मांग करेंगी।
डूंगरपुर शहर के पातेला तालाब की पाल पर बना पार्क इन दिनों बदहाली के आंसू रो रहा है। दरअसल करीब 2017 में नगर परिषद तत्कालीन सभापति ने इस जमीन को अधीकृत करके पार्क निर्माण के लिए बाउंड्रीवाल का काम शुरू कराया। लेकिन वर्तमान में इस पार्क को परिवहन विभाग को सौंप कर यहां ट्रैफिक सेफ्टी पार्क बनाया गया है।
नगर परिषद ने व्यय किया काफी बजट
इस पार्क में नगरपरिषद ने ट्यूब वेल भी खोदा और काफी सारा बजट नगर परिषद ने व्यय किया। फिर वर्तमान वार्ड पार्षद फरजाना आबिद अली ने बोर्ड बैठक में इस पार्क में झूले लगाने की मांग रखी, तो सभापति अमृत कलासुआ ने झूले आदि के लिए प्लान निकलाना बताया था । लेकिन कई महीनों तक ऐसी कोई प्रकिया हुई नहीं, तो खुद सभापति अमृत कलासुआ ने पूर्ववर्ती बोर्ड द्वारा परिवहन विभाग को सुपुर्द कर देना बताकर कन्नी काट ली थी ।
पार्षद फरजाना का दोनों विभागों पर आरोप
पार्षद फरजाना ने दोनों विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि पार्क मुस्लिम बाहुल्य एरिया में बनना था। जो नगरपरिषद के वर्तमान या पूर्व बोर्ड को नागवार गुजरा। तो उन्होंने परिवहन विभाग को सुपुर्द कर दिया । जबकि पातेला पार्क से परिवहन विभाग की दूरी करीब 8,9 किलोमीटर है । फिर इस जगह पर ट्रेफिक सेफ्टी पार्क बनाने का क्या उद्देश्य है ?
अनदेखी के चलते पार्क वीरान
पार्षद फरजाना ने बताया कि ट्रैफिक सेफ्टी पार्क बनने के बाद परिवहन विभाग द्वारा पार्क में सांकेतिक बोर्ड भी लगाए गए थे। लेकिन अनदेखी के चलते अब यह पार्क वीरान हो गया है। जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है । पार्षद ने कहा कि वह जल्द ही सांसद राजकुमार रोत से मिलकर इस पार्क को जनता को समर्पित करने की मांग करेंगी।
रिपोर्ट- सादिक अली