वार्डन द्वारा बच्चों से मारपीट का वीडियो वायरल, वार्डन हुआ सस्पेंड कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
पारसोला के राजकीय जनजाति आश्रम बालक छात्रावास में वार्डन द्वारा एक छात्र से मारपीट का वीडियो वायरल होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। विधायक थावरचंद डामोर और जिला कलेक्टर अंजली राजोरिया ने हॉस्टल का निरीक्षण किया और वार्डन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कानूनी कार्यवाही के आदेश दिए।
राजस्थान के पारसोला में स्थित राजकीय जनजाति आश्रम बालक छात्रावास में छात्रों के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। कक्षा सात के छात्र दिनेश मीणा के साथ वार्डन धनराज मीणा द्वारा की गई मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसके बाद विधायक थावरचंद डामोर और जिला प्रशासन ने छात्रावास का निरीक्षण किया।
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छात्रों से कराया जाता है काम
जांच के दौरान छात्रों ने बताया कि उन्हें न समय पर खाना मिलता है और न ही नहाने-धोने के लिए तेल या साबुन दिया जाता है। छात्रों ने कहा कि उन्हें जबरन खाना बनाने और सफाई जैसे काम करवाए जाते हैं। काम से मना करने पर वार्डन द्वारा उनके साथ मारपीट की जाती है। इसके अलावा, छात्रों से वार्डन के निजी काम भी कराए जाते हैं, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है।
बच्चे बनाते हैं खाना
रसोइया बहादुर मीणा ने भी इस स्थिति की पुष्टि की और बताया कि उन्हें पर्याप्त राशन नहीं दिया जाता, जिसके कारण भोजन बनाना कठिन हो जाता है। छात्रावास में दाल और भिंडी के अलावा कुछ नहीं बनता, और बच्चों को खाना बनाने में मदद के लिए बुलाया जाता है ताकि वह अन्य काम कर सके।
विधायक डामोर ने किया निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान विधायक डामोर और अन्य अधिकारियों ने छात्रावास की बदहाल स्थिति देखी। पानी की टंकियां टूटी हुई पाई गईं, शौचालय के दरवाजे नहीं थे, और वाचनालय कक्ष में पशुओं का चारा भरा हुआ था। इन अनियमितताओं को देखकर विधायक ने गहरी नाराजगी जताई और व्यवस्था को सुधारने के लिए तुरंत कदम उठाने की बात कही।
वार्डन को किया निलंबित
जिला कलेक्टर अंजली राजोरिया ने मौके पर पहुंचकर वार्डन धनराज मीणा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावास की व्यवस्था में सुधार के लिए नई नियुक्ति की जाएगी और सभी अनियमितताओं की जांच की जाएगी।