Jaipur News: लूट लेंगी ये हसीनाएं, हो जाइए सावधान, कई फंस चुके हैं चक्कर में!
जयपुर के वैशाली नगर और सदर थाने में दो ऐसी लड़कियां पुलिस के हाथ लगीं, जो न सिर्फ जयपुर में बल्कि राजस्थान के बाहर भी इन कानूनों का गलत इस्तेमाल कर अलग-अलग लोगों को हनीट्रैप का शिकार बनाती थीं।
राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार और उत्पीड़न को लेकर व्यापक आक्रोश है। महिलाओं और लड़कियों को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग लगातार उठ रही है। इस पर राजनीति भी चरम पर है। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जो महिला कानून की आड़ में रेप और छेड़छाड़ का केस दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूल रही हैं। जयपुर पश्चिम जिला पुलिस ने उन 19 महिलाओं की कुंडली तैयार की है, जिन्होंने अलग-अलग लोगों के खिलाफ दुष्कर्म और छेड़छाड़ के दो या दो से अधिक मामले दर्ज कराए हैं।
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हाल ही में जयपुर के वैशाली नगर और सदर थाने में दो ऐसी लड़कियां पुलिस के हाथ लगीं, जो न सिर्फ जयपुर में बल्कि राजस्थान के बाहर भी इन कानूनों का गलत इस्तेमाल कर अलग-अलग लोगों को हनीट्रैप का शिकार बनाती थीं। इनमें से सदर थाने में गिरफ्तार की गई भावना ने जयपुर में दुष्कर्म और छेड़छाड़ के 14 मामले दर्ज कराए थे। वैशाली नगर थाने में गिरफ्तार त्रिशा राठौड़ उर्फ त्रिशा खान पर भी अलग-अलग लोगों के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हैं।
झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूलती हैं
जयपुर कमिश्नरेट के डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुधानिया ने बताया कि ये महिलाएं अजनबियों की प्रोफाइल स्कैन करती हैं और लिफ्ट और सोशल मीडिया के जरिए उनसे संपर्क करती हैं। इनमें से कुछ शातिर महिलाएं कार में लिफ्ट लेने के बहाने, सोशल मीडिया पर या किसी अन्य बहाने से किसी अजनबी ड्राइवर से संपर्क कर नजदीकियां बढ़ाती हैं। फिर दुष्कर्म और छेड़छाड़ के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूलती है। पैसे नहीं देने पर महिला गरिमा हेल्पलाइन या पुलिस स्टेशन पहुंचती है और झूठी शिकायत दर्ज कराती है।
रिकॉर्ड खंगाले तो 19 महिलाओं की कुंडली आई सामने
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि दोनों शातिर महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद जांच में पता चला कि ऐसी और भी महिलाएं हैं, जिन्होंने शहर के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में दो या दो से अधिक रेप और छेड़छाड़ के मामले दर्ज कराए हैं।
पुलिस को जब शक हुआ तो उन्होंने पुलिस स्टेशनों में दर्ज 10 साल पुराने रिकॉर्ड खंगाले तो पता चला कि सिर्फ पश्चिमी जिले के पुलिस स्टेशनों में ही 19 ऐसी महिलाओं के नाम मिले, जिन्होंने अलग-अलग लोगों के खिलाफ बलात्कार की और भी धाराएं दो या तीन धाराओं में केस दर्ज कराया था।