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Jaipur News: कुसुम यादव ने संभाली कार्यवाहक मेयर पद की कमान, पढ़ें कौन हैं?

बताया जा रहा है कि कुसुम यादव दूसरी बार पार्षद बनी हैं। हालांकि, इससे पहले वो भाजपा से पार्षद बनी थीं। लेकिन जब भाजपा ने उन्हें दूसरी बार टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बगावत कर दी और निर्दलीय चुनाव लड़ा। कुसुम यादव जीत भी गईं।

Jaipur News: कुसुम यादव ने संभाली कार्यवाहक मेयर पद की कमान, पढ़ें कौन हैं?

जयपुर हेरिटेज नगर निगम में कुसुम यादव कार्यवाहक महापौर चुनी गई हैं। पिछले सोमवार को मुनेश गुर्जर को महापौर पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद कार्यवाहक महापौर चुनने की बात कही जा रही थी। इसके बाद अब मंगलवार को कुसुम यादव कार्यवाहक महापौर चुनी गई हैं। सबसे दिलचस्प बात ये है कि कुसुम यादव निर्दलीय पार्षद हैं। यानी न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी पार्टी से कोई कार्यवाहक महापौर चुना गया है।

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बताया जा रहा है कि कुसुम यादव दूसरी बार पार्षद बनी हैं। हालांकि, इससे पहले वो भाजपा से पार्षद बनी थीं। लेकिन जब भाजपा ने उन्हें दूसरी बार टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बगावत कर दी और निर्दलीय चुनाव लड़ा। कुसुम यादव जीत भी गईं।

निर्दलीय चुनाव लड़कर बनीं पार्षद

कुसुम यादव जब निर्दलीय चुनाव लड़कर पार्षद बनीं तो भाजपा ने उन्हें मेयर प्रत्याशी बनाया। पहले भी कुसुम यादव को हार का सामना करना पड़ा था। कुसुम यादव के पति अजय यादव भी राजनीति में काफी सक्रिय हैं। अजय यादव खुद पार्षद और चेयरमैन भी रह चुके हैं।

आपको बता दें कि मंगलवार को ही कांग्रेस के 8 पार्षद भाजपा में शामिल हुए हैं। यानी अब भाजपा के पास 42 से 50 पार्षद हो गए हैं। हेरिटेज नगर निगम में 100 वार्डों में बहुमत के लिए 51 पार्षदों की जरूरत है। भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस पार्षदों में मनोज मुदगल, उत्तम शर्मा, ज्योति चौहान, सुशीला, अरविंद मेठी, मोहम्मद जकारिया, पारस जैन और संतोष कंवर के नाम शामिल हैं।

मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का कारण

मुनेश गुर्जर के खिलाफ नोटिस जारी करने के बाद उन्हें जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया था। सोमवार को स्वायत्त शासन विभाग ने एक पत्र जारी किया, जिसमें मुनेश गुर्जर के निलंबन के संबंध में निर्देश जारी किए गए। इस पत्र में मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का कारण भी बताया गया। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मुनेश गुर्जर को निलंबन की मंजूरी दे दी थे।

आपको बता दें कि झाबर सिंह खर्रा ने एसीबी की चार्जशीट रिपोर्ट को लेकर कहा था कि मुनेश गुर्जर को जल्द ही सस्पेंड किया जाएगा। इसके बाद अभियोजन कार्य को मंजूरी दी गई थी। हालांकि मुनेश गुर्जर ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। लेकिन सुनवाई अभी भी लंबित है।