‘मै भगवान का अवतार’, 1 लाख 51 हजार रुपए ले आओ और सरकारी नौकरी ले जाओ, एक क्लिक में पढ़ें पूरा मामला
राजस्थान में पुलिस ने एक ऐसे बाबा को गिरफ्तार किया है जो अंधविश्वास फैला रहा था। यह बाबा खुद को भगवान का अवतार बताता था। वह सरकारी नौकरी दिलाने और लोगों की बीमारियां ठीक करने का भी दावा करता था।
राजस्थान में अंधविश्वास फैलाने वाले एक बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह बाबा खुद को भगवान का अवतार बताता था। यहां तक कि वह सरकारी नौकरी दिलाने और लोगों की बीमारियां ठीक करने का दावा भी करता था। बाबा कहता था कि वह बांझपन का इलाज भी कर सकता है और इन्हीं झूठे वादों की आड़ में वह भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी करता था।
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इलाके में उसकी लोकप्रियता के चलते कई लोग उसे भगवान से कम नहीं मानते थे और इसी के चलते बाबा अपने भक्तों को ठगता था। इस मामले की जानकारी देते हुए सदर थाना एसएचओ रामरेश मीना ने बताया कि धौलपुर जिले के बसेड़ी उपखंड के हरजूपुरा गांव निवासी मौजीलाल पुत्र सुखराम ने सदर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इस शिकायत के बाद बताया गया कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मालपुरा निवासी 40 वर्षीय सत्यपाल सिंह जाट पुत्र बने सिंह जाट को गिरफ्तार किया गया है। वह बाबा बनकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था।
नौकरी के नाम पर ठगी, पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो गाली-गलौज की
पीड़ित मौजीलाल की रिपोर्ट के अनुसार वह बाबा के दरबार में गया था। बाबा ने उसे सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर उससे एक लाख इक्यावन हजार रुपए ले लिए। जब उसे नौकरी नहीं मिली तो वह पैसे लेने बाबा के पास गया। लेकिन इस बात पर बाबा सत्यपाल नाराज हो गया और उसने पीड़ित को गाली-गलौज कर भगा दिया। पुलिस ने बाबा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 506 और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर सत्यपाल को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी पर कई अन्य गंभीर मामलों का भी खुलासा हुआ।