Teacher's Day Special: जब सीएम भजनलाल को मिल गए A B C D वाले गुरुजी… किया ऐसा काम सब चौंक गए
सीएम भजन लाल ने कहा कि शिक्षक अपने विद्यार्थियों की सफलता के लिए अथक परिश्रम करते हैं। वे उस कुम्हार की तरह होते हैं जो अपने अनुभव से मिट्टी को गूंथकर सुंदर प्रतिमा बनाता है।
राजस्थान के जयपुर स्थित बिड़ला ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में सीएम भजन लाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर जब सीएम ने अपने शिक्षक शंकर लाल शर्मा को देखा तो वे भावुक हो गए। समारोह में सीएम भजन लाल शर्मा मंच से नीचे उतरे, गुरु के चरण स्पर्श किए, उन्हें अपने पास बैठाया और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिवादन किया।
ये भी पढ़िए-
मंच से बचपन के अनुभव भी साझा किए
सीएम भजन लाल ने कहा कि शिक्षक अपने विद्यार्थियों की सफलता के लिए अथक परिश्रम करते हैं। वे उस कुम्हार की तरह होते हैं जो अपने अनुभव से मिट्टी को गूंथकर सुंदर प्रतिमा बनाता है। उनके समर्पण की कोई कीमत नहीं होती। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मंच से अपने बचपन के अनुभव भी साझा किए।
कुलपति को जल्द ही कुलाधिपति की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा
सीएम भजन लाल ने कहा कि शिक्षक दिवस पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। यह दिन उनके असाधारण व्यक्तित्व और शिक्षा में उनके अमूल्य योगदान के प्रति सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य संबंधों की समृद्ध परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए राज्य सरकार विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को कुलाधिपति की उपाधि प्रदान करने की परंपरा शुरू करने जा रही है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पहले गांवों में खेती का काम ज्यादा होता था। परिवार के लोग भी पढ़ाई से ज्यादा खेती को महत्व देते थे। उन दिनों गुरुजी (शंकरलाल शर्मा) घर-घर जाकर कहते थे कि खेती का काम दोपहर बाद भी किया जा सकता है। बच्चे को सुबह स्कूल भेजो। सीएम ने कहा कि वैसे भी गुरु के बिना जीवन सूना है। सम्मान समारोह में मौजूद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी सीएम के प्रथम गुरु शंकरलाल शर्मा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।