रायसिंहनगर में गौ भक्तों का धरना जारी, ब्लेड तार हटाने की मांग पर अड़े
रायसिंहनगर में बेसहारा पशुओं की सुरक्षा को लेकर गौ भक्तों का धरना निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। किसान अपनी फसलें आवारा पशुओं से बचाने के लिए खेतों में ब्लेड तार लगा रहे हैं, जिससे कई पशु घायल हो रहे हैं। इस पर आपत्ति जताते हुए गौ भक्तों ने इन तारों को हटाने की मांग की है और भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
रायसिंहनगर में बेसहारा पशुओं की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर गौ भक्तों द्वारा मिनी सचिवालय के सामने चल रहा धरना अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। यह विरोध प्रदर्शन खेतों के चारों ओर लगाए जा रहे ब्लेड तारों को हटाने की मांग के साथ शुरू हुआ था। किसानों द्वारा अपनी फसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए इन ब्लेड तारों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे बेसहारा पशुओं के घायल होने के मामले सामने आ रहे हैं।
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धारदार तारों से घायल हो रहे जानवर
गौ भक्तों का कहना है कि इन धारदार तारों से आवारा और बेसहारा पशु गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं, जो गौ रक्षा के मूल्यों के खिलाफ है। इस मांग को लेकर पिछले दो दिनों से गौ भक्त धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, और उनके दो प्रतिनिधियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इन गौ भक्तों ने आज सुबह 11 बजे से जल का भी त्याग कर दिया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
खतरनाक ब्लेड तारें हटाने की मांग
धरना स्थल पर जुटे गौ भक्तों का कहना है कि जब तक खेतों में लगी यह खतरनाक ब्लेड तारें नहीं हटाई जातीं, उनका विरोध प्रदर्शन और अनशन जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की मांग की है, ताकि बेसहारा पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। गौ भक्तों ने इस मुद्दे पर प्रशासन से कड़ा रुख अपनाने का अनुरोध किया है।
ब्लेड तार हटवाने के लिए पाबंद
तहसीलदार हर्षिता मिढा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि एसडीएम के निर्देशानुसार सभी पटवारियों को ब्लेड तार हटवाने के लिए पाबंद कर दिया गया है। इस संबंध में 24 अक्टूबर तक पालना रिपोर्ट भी मांगी गई है, जिसमें सभी क्षेत्रों से इन तारों के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्रशासन का कहना है कि सभी पक्षों के हितों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
गौ भक्तों का कहना है कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को समय रहते पूरा नहीं किया, तो उनका आंदोलन और भूख हड़ताल और उग्र हो सकता है। उनके अनुसार, जब तक आवारा पशुओं की सुरक्षा के लिए कदम नहीं उठाए जाते और ब्लेड तार नहीं हटाई जाती, उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।