दिवाली से पहले राजस्थान में बढ़ता वायु प्रदूषण: जयपुर का AQI 198 तक पहुंचा
दिवाली से पहले, राजस्थान में वायु प्रदूषण का स्तर अत्यधिक बढ़ रहा है, विशेषकर जयपुर में, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 198 तक पहुंच गया है। अन्य प्रमुख शहरों जैसे हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और बीकानेर में भी प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है। दिवाली के दौरान होने वाली आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण में और बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है।
दिवाली से पहले ही राजस्थान में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ने लगा है। राजधानी जयपुर समेत कई प्रमुख शहरों की हवा लगातार खराब होती जा रही है।
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शनिवार को जयपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सामान्य से दोगुना यानी 198 तक पहुंच गया, जो दिवाली के बाद और भी बिगड़ने की आशंका पैदा करता है। राज्य के अन्य शहरों जैसे हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और बीकानेर में भी वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है।
राजस्थान के शहरों में बढ़ता AQI
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, हनुमानगढ़ का AQI 204 तक पहुंच चुका है, जबकि श्रीगंगानगर में यह 179 और औद्योगिक नगरी भिवाड़ी में 144 दर्ज किया गया। बीकानेर में वायु प्रदूषण का स्तर 222 तक पहुंच गया है, जो राज्य में सबसे ज्यादा है। सीकर और झुंझुनू जैसे शहरों में भी यह 198 और 193 तक रिकॉर्ड किया गया है। पाली (187), टोंक (209), और नागौर (212) जैसे शहरों की हालत भी गंभीर होती जा रही है। जयपुर में सामान्य AQI 100 होता है, लेकिन यह अब 198 तक जा पहुंचा है, जो चिंता का विषय है।
दिवाली के बाद प्रदूषण और बढ़ने की संभावना
राज्य में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के पीछे मौसम में बदलाव और दिवाली से पहले की गतिविधियां जिम्मेदार मानी जा रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, दिवाली पर होने वाली आतिशबाजी के बाद वायु प्रदूषण और अधिक बढ़ सकता है। कई शहरों में AQI तीन से चार गुना तक बढ़ने की संभावना है, जिससे लोगों को श्वसन संबंधी समस्याएं, एलर्जी, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए ग्रीन पटाखों के इस्तेमाल की अनुमति दी है, और यह भी केवल कुछ घंटों के लिए। इसके बावजूद, आतिशबाजी के कारण होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।