Rajasthan by-elections: फूंक-फूंक ने बीजेपी ने रखा कदम ! 6 सीटों पर इन्हें मिला टिकट, जानिए कौन हैं ये चेहरे
राजस्थान में होने वाले 7 सीटों के उपचुनावों के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा का नाम शामिल है जो चर्चा में । यहां जानें बीजेपी के सभी प्रत्याशियों के बारे में।
राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव होना है। कांग्रेस-बीजेपी सियासी गणित लगा रही हैं। इसी बीच सत्तारूण दल बीजेपी ने कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जहां सात सीटों में 6 उम्मीदवार फाइनल हो गए हैं। पार्टी ने किरोड़ी लाल मीड़ा के भाई को प्रत्याशी बनाया है। जिसकी चर्चा राजनीतिक गलियारों में हैं। जगमोहन मीणा दौसा, खींवसर से रेवंत रामडागा, रामगढ़ से सुखवंत सिंह,झुंझनू से राजेंद्र भांबू, देवली उनियारा से राजेंद्र गुर्जर और सलूंबर सीट से शांता देवी मीणा ताल ठोकेंगी। ऐसे में हम आपको इन प्रत्याशियों के बैकग्राउंड के बारे में बताएंगे।
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किरोड़ी लाल मीणा के भाई लड़ेंगे चुनाव
बीजेपी की उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला नाम किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा का है। जगमोहन राजस्थान प्रशासनिक में अपनी सेवा दे चुके हैं हालांकि रिटायरमेंट के बाद वह राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने 2009 में राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। वहीं, लोकसभा चुनाव में भी वह दौसा से टिकट मांग चुके हैं हालांकि उन्हें अब जाकर पार्टी ने विधानसभा सीट का टिकट दिया है।
झुंझुनूं सीट से राजेंद्र भापू मैदान
झुंझुनू सीट पर मुकाबला दिलचस्प होगा। यहां पर कांग्रेस का अच्छा प्रभाव माना जाता है। सचिन पायलट का यहां अपना जनाधार है। कांग्रेस को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने राजेंद्र भांपू को मैदान में उतारा है। वह 2023 के विधानसभा चुनावों में निर्दलीय मैदान में उतरे थे। उन्हें 42 हजार वोट मिले थे। लोकसभा चुनाव में भी वह सक्रिय रहे, जिसके बाद पार्टी ने भांबू पर दांव लगाने का फैसला किया।
संलूबर सीट पर सहानूभति कार्ड
संलूबर सीट बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा के निधन से खाली हुई थी। बीजेपी ने सहानूभति का फायदा उठाते हुए उनकी पत्नी शांता मीणा को उम्मीदवार बनाया है। शांता मीणा राजनीति में सक्रिय हैं। वह सेमारी से सरपंच रह चुकी हैं, हालांकि उनपर फर्जी मार्कशीट का यूज कर सरपंच चुनाव में प्रतिभाग करने का आरोप लगे थे। इस मसले में अमृतलाल मीणा को जेल भी हुई थी।
बेनीवाल को मिलेगी बीजेपी की चुनौती
हनुमान बेनीवाल के गढ़ खींवसर सीट पर हर किसी की निगाहें टिकी है। यहां से बीजेपी ने रेवंत राम को टिकट दिया है, जिन्होंने 2023 के चुनावों में हनुमान बेनीवाल को कड़ी टक्कर दी थी। एक जमाना था जब रेवंत को बेनीवाल का करीबी माना जाता था, लेकिन वक्त के साथ दोनों अब राजनीतिक प्रतिद्वंदी बन चुके हैं। खींवसर की राजनीति में रेवंतराम सक्रिय हैं। उनकी पत्नी गीता प्रधान हैं।
देवली उनियारा से राजेंद्र गुर्जर को टिकट
देवली उनियारा सीट पर बीजेपी ने राजेंद्र गुर्जर पर भरोसा जताया है। वह 2013-18 तक इस सीट से विधायक रहे हैं। वहीं, रेवंत आरएसएस से जुड़े हुए हैं। 2008-2024 तक इस सीट पर बीजेपी का चार बार कब्जा रहा है।
रामगढ़ से सुखवंत सिंह मैदान में
रामगढ़ से बीजेपी ने सुखवंत सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सुखवंत सिंह लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति के प्रधान रह चुके हैं और साल 2018 में भी बीजेपी ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा था। 2023 में उन्होंने फिर से पार्टी से टिकट मांगा, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद सुखवंत सिंह ने चंद्रशेखर रावण की पार्टी, आजाद समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा, जबकि बीजेपी उम्मीदवार जय आहूजा की जमानत जब्त हो गई थी। इस चुनाव में कांग्रेस के जुबेर खान ने जीत हासिल की थी। बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ने के कारण सुखवंत सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रत्याशी भूपेंद्र यादव ने सुखवंत सिंह की पार्टी में वापसी करवाई।