Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

Meerut Hadsa: 10 सेकंड में तबाह हो गया परिवार,मलबे में अपनों की तलाश, 17 घंटे से रेसक्यू जारी

Meerut building collapse: मेरठ में लगातार बारिश के कारण तीन मंजिला इमारत ढह गई, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और बचाव कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया है।

Meerut Hadsa:  10 सेकंड में तबाह हो गया परिवार,मलबे में अपनों की तलाश, 17 घंटे से रेसक्यू जारी

मेरठ में बारिश इस कदर काल बनी, तीन मंजिला इमारत गिर गई।  300 वर्ग गज जमीन पर एक पिलर के सहारे इस इमारत का निर्माण किया था। पूरी बिल्डिंग केवल 4 इंच दीवार के सहारे खड़ी थी। इतना ही नहीं, सुरक्षा मापदंडों की इस कदर अनदेखी की गई कि नीव कमजोर होने के बाद भी एक और प्लोर बनाने की बात की जा रही थी। लगातार बारिश से मकान की नींव में पानी भर गया और मकान ढह गया। मलबे में दबकर 10 लोगों की मौत हो गई,जबकि परिवारवाले अपनों की सलामतीके लिए दुआ कर रहे हैं। 

ये भी पढ़ें-

50 साल पुराना था मकान

जानकारी के अनुसार,मेरठ स्थित जाकिर कॉलोनी गली नंबर में तीन मंजिला बिल्डिंग करने से बड़ा हादसा हो गया। मकान 50 साल पुराना था, जो 4 इंच की दीवार पर टिका था गेट के पास एक पिलर था। ग्राउंड फ्लोर पर 20 साल से अलाउद्दीन परिवार के साथ रह रहे थे। जबकि ऊपर वाले हिस्से में उनके भाई का परिवार रहता था। हादसा इतना भयानक था कि लिंटर के नीचे कई लोग दबे थे, जिन्हें निकालना बेहद मुश्किल था। वहीं बीते हफ्ते मकान का छोटा सा हिस्सा धंसा था लेकिन घरवालों ने इसकी अनदेखी की और चार दिन की बारिश परिवार के लिए काल बनकर आई। धीरे-धीरे पानी से नींव खोखली हो गई जिससे अचानक से मकान धंस गया। 

 गनीमत रही बच गई 40 जानें

गौरतलब है, अलाउद्दीन ग्राउंड फ्लोरल पर डेयरी का काम करते थे। हर शाम को 5-30 से 6 बजे तक लोग दूध लेने आते थे हालांकि हादसा साढ़े बजे के करीब हुआ। स्थानीयों का कहना है हर रोज लगभग 40-50 लोग दूध लेने जाते थे। ऐसे में ये हादसा कुछ देर बात होता तो कई और लोग मलबे में दब सकते थे। 

घर पर ही चला रहे थे डेयरी

बता दें, शहर के ज्यादातर घरों से डेयरी संचालित की जा रही हैं, जो हादसे की एक और वजह है। जिससे कॉलोनी में गंदगी होती, मच्छर,बीमारियां फैलती हैं हालांकि, प्रशासन ने कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई। स्थानीय निवासी कई बार जनप्रतिनिधियो से शिकायत कर चुके हैं लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ये हाल नहीं एक जगह का नहीं बल्कि ज्यादातर इलाकों का है। जहां जलभराव की समस्या मुसीबत का कारण है। शनिवार को हुए हादसे में बारिश का पानी नींव में रिसता चला गया और हादसा हो गया।

मुख्यमंत्री ने लिया मामले का संज्ञान

मेरठ की तंग गलियों में हुए इस दर्दनाक हादसे का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने आला-अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने का आदेश दिया है। साथ ही बचाव-कार्यों में तेजी लाने को कहा है। बता दें, घटना को 17 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक एनडीएफ-एसडीआरएफ बचाव कार्य में जुटी हैं।